बिना सरकारी मदद के ग्रामीण क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव का पर्याय बना विश्वमाया चैरिटेबल ट्रस्ट

“पूरी धरा भी साथ दे तो और बात है ,
पर तू जरा भी साथ दे तो और बात है ,
चलने को तो एक पांव से भी चल रहे हैं लोग ,
पर दूसरा भी साथ दे तो और बात है।”

ट्रस्ट भविष्य को आशा भरी निगाहों से देख रही है । अभी कई काम करने बाकी हैं, कई अधूरे ख्वाब पूरे करने हैं। हम सामुदायिक सहयोग से एक स्मार्ट विलेज की संकल्पना को साकार करने के लिए दृढ़ संकल्पित है जो सभी मॉडर्न तकनीकों से लैस हों ।जहाँ का किसान औरों के लिए नजीर हो साथ ही किसानी को आम किसानों के लिए लाभ पूर्ण बनाने के लिए ट्रस्ट इन्नोवेटिव एग्रिकल्चर प्रोजेक्ट पर काम करने जा रही है। इसमें परंपरागत किसानी को आधुनिक स्वरूप देने और किसानों की बदहाली से मुक्ति के लिए हम कृषि वैज्ञानिकों एवं सलाहकारों की एक ऐसी एग्रो विंग का गठन करने जा रहे हैं जिनसे ग्रामीण किसान अपने जरूरतों के मुताबिक लाभान्वित हो सके।

भविष्य में “मेडिकल मॉल “को लेकर सभी समाजसेवी डॉक्टरों एवं दवा कंपनियों को जोड़ने का प्रयास भी ट्रस्ट बड़ी शिद्दत से कर रही हैं जहां एक ही स्थान पर सभी साध्य -असाध्य रोगों की आयुर्वेदिक, एलोपैथिक व होम्योपैथिक दवाएं अत्यंत किफायती दर पर उपलब्ध हों ताकि समाज के वैसे तबके के लोग जो पटना दिल्ली जैसे महँगे दूरदराज के स्थान इलाज के लिए जाने में अक्षम हों लाभ ले सकें। आज के समय में डॉक्टर को डकैत समझने की भ्रांति को मिथ्या साबित करने और डॉक्टरों को भगवान की संज्ञा को सही साबित करने की इस पहल पर ट्रस्ट प्रयासरत है और इस नैतिक कार्य में सहभागिता के लिए आपको ट्रस्ट खुले दिल से आमंत्रित करती है ।

वर्तमान परिप्रेक्ष्य में शिक्षा की गुरुकुल पद्धति की महत्ता को ट्रस्ट स्वीकार करती है और इसलिए ट्रस्ट एक ऐसे विद्यालय की नींव डालने की सोच रही है जहां बच्चों में नैसर्गिक प्रतिभाओं की खोज कर उसे उभारने का प्रयास हों, जहां संगीत, नृत्य, तैराकी, घुड़सवारी ,चित्रकारी शिल्पकारी आदि तमाम चौसठ कलाओं का शिक्षण- प्रशिक्षण होता हो ताकि बच्चों में निजी शौक़ के मुताबिक व्यक्तित्व का विकास संभव हो सके ।जहां शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी दिए जाएं और ऐसे विद्यालय सर्वोप्लब्ध हों यह हमारा विजन है। हमारी उड़ान लंबी है। हमारे पंख को ताकत मिले ,संबल मिले, हौसला मिले इसके लिए आपका सहयोग अपेक्षित है ।चूँकि कहते हैं –

VMCT

ट्रस्ट ने सिमाना गांव में अत्यंत पिछड़े -महादलित लोगों के बीच जाकर शिक्षा की अलख जगाई है। गांव में स्वच्छता अभियान चलाकर गांव की सूरत बदल दी है। साथ ही समय-समय पर हेल्थ कैंप लगाकर लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराई है। ट्रस्ट ने जगह-जगह पर लघु फिल्मों के माध्यम से जन -जागरण अभियान चलाकर समाज को सही राह दिखाने का काम किया है । बीते वर्षों में रेनबो टाउन वर्कशॉप ,रंग-उमंग कार्यशाला ,राइजिंग कैनवास, अपनी डफली- अपना राग इत्यादि अनेकों शैक्षणिक- सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मदद से ग्रामीण बच्चों की प्रतिभा को उभारने के साथ ही कई गुमनाम कलाकारों को मंच देकर प्रोत्साहन देने का काम किया है।यह ट्रस्ट पीड़ित मानवता की सेवा अपना धर्म समझती है ।दीन-दुःखियों के बीच कड़ाके की ठंड में गर्म कपड़ों का वितरण, विकलांगों के लिए ट्रायसाइकिलों का वितरण सहित कई ऐसी गतिविधियां हैं जिनकी मदद से ट्रस्ट ने खुद को सामाजिक सरोकार से जोड़ा है।