‘जनता कर्फ्यू’ के दौरान क्या बीच में ही रोक दी जायेगी ट्रेनें ? जानें इसका जवाब

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर 14 घंटे के जनता कर्फ्यू का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. इसे सफल बनाने में देश का हर नागरिक लगा हुआ है. एक तरफ रेलवे ने रविवार को देशभर में 3,700 ट्रेनों का परिचालन रद्द करने की घोषणा की, तो दूसरी तरफ देश की दो विमानन कंपनियों, इंडिगो और गोएयर ने करीब 1 हजार उड़ानें रद्द करने का निर्णय लिया है. आपको बता दें कि कोरोना वायरस से जंग जारी है. शुक्रवार को भारत में एक दिन में सबसे अधिक 50 नये मामले सामने आये. इसके साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 223 पहुंच गई है. इन संक्रमितों के संपर्क में आये 6700 से अधिक लोगों को निगरानी में रखा गया है.

क्या रास्ते में रोक दी जाएगी ट्रेन ?

जनता कर्फ्यू के दिन लोगों में ट्रेनों के संचालन को लेकर असमंजस की स्थिति बन गयी है. सभी के मन में सवाल है कि जो ट्रेनें चल रही होंगी उन्हें 22 मार्च को बीच में ही रोकने का काम किया जायेगा क्या ? तो आपको बता दें कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. जनता कर्फ्यू के दौरान कोई भी ट्रेन रास्ते में नहीं रोकी जायेगी . भारतीय रेलवे 21 मार्च की रात 12 बजे से 22 मार्च रात 10 बजे तक अपने उदगम स्टेशन से चलने वाली पैसेंजर ट्रेन का संचालन बंद रखेगी. जैसे 21 मार्च की रात 11:55 मिनट पर जो ट्रेन रवाना हो चुकी है वह पहले की तरह ही चलती रहेगी. मेल और एक्सप्रेस ट्रेन का 22 मार्च की सुबह 4 बजे से 22 मार्च की रात 10 बजे तक उदगम स्थान से ही परिचालन बंद किया जायेगा .

मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा

इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा की. वायरस को नियंत्रित करने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने देश की आर्थिक राजधानी मुंबई, मुंबई मेट्रोपोलिटन क्षेत्र , पुणे, नागपुर व पिंपरी-चिंचवाड़ में 31 मार्च तक सभी कार्यस्थल बंद करने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि इस दौरान अनिवार्य सेवाएं चालू रहेंगी. दिल्ली में भी सभी मॉल बंद करने की घोषणा की गयी है. सभी गैर जरूरी सेवाओं को 31 मार्च तक स्थगित किया गया है.