मिथिला के नाम पर राजनीति करने वालों को बेगूसराय से परहेज क्यों ? BegusaraiWantsDinkarUniversity

डेस्क : #BegusaraiWantsDinkarUniversity बेगूसराय जिले में एक यूनिवर्सिटी की मांग को लेकर चल रहे डिजिटल अभियान में वैशाली , सहरसा, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया समेत पूरा मिथिलांचल साथ है। दरभंगा के भी कई क्रांतिकारी मित्र हमारे साथ हैं। लेकिन कुछ नेताओं, बहुरूपिये के झांसे में आकर बेगूसराय के कुछ युवा दिग्भ्रमित हो रहे हैं और अभियान को असफल करने की साजिश रच रहे हैं, वो आपस में फूट डालने के लिए फर्जी खबरें चलवा रहे हैं, गुटबाजी कर हमें तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं और वो लोग इस तर्क के साथ दूसरा hashtag चलाने का प्रयास कर रहे हैं कि हैशटैग में बेगूसराय होने पर समूचे मिथिला का समर्थन नहीं मिलेगा लेकिन वास्तविकता यह है कि ऐसे लोगों को बेगूसराय से परहेज है।

माना कि हम कम हो, इसलिए कमजोर हो लेकिन हमारे हौसलें बुलंद हैं, आपसबों से अपील करते हैं कि ट्विटर पर 23 सितंबर को 9 से 2 बजे तक बेगूसराय के साथ हैशटैग चलाएं क्योंकि अपने तो अपने होते हैं और बेगूसराय का जनमत, युवामत हमारे साथ है। हमारे जिले के वरिष्ठ पत्रकार, राजनीतिक दल, सामाजिक दल, युवा सब हमारे साथ हैं। ये एकजुटता का समय है, हम एकरुपता दिखाएं, जनमत को समझें। कोई भी व्यक्ति अपने घर(गृह क्षेत्र) के जनमत के खिलाफ जाकर विजेता नहीं बन सकता है।

हमें मैथिल होने पर गर्व है लेकिन सरकार मिथिला का अर्थ केवल दरभंगा, मधुबनी को समझती है। एम्स फ़ॉर मिथिला जो कि सहरसा के लिए था और एम्स दरभंगा को मिला, इसका दोहराव दिनकर यूनिवर्सिटी को लेकर भी हो सकता है। यूनिवर्सिटी बेगूसराय के बदले अन्य जिले में भी जा सकता है इसलिए आवश्यक है कि हम अपनी मांग को स्पष्टता के साथ अपनी सरकार, अपने जनप्रतिनिधियों के सामने रखें, उनके संज्ञान में लाएं। एक बात और बेगूसराय में यूनिवर्सिटी बनेगा और बेगूसराय के लोगों के संघर्ष से बनेगा। जो 23 सितंबर को किसी और Hashtag के साथ ट्विटर पर पर ट्वीट करेंगे। ययूनिवर्सिटी काउंटर पर दलाली और क्रेडिट वही लेने की कोशिश भी करेंगे। हमें ना तो क्रेडिट लेना है और ना ही दलाली करनी है, हमें अपने समाज , अपने बच्चों के लिए एक यूनिवर्सिटी की जरूरत है इसके लिए हम एकजुट हैं।

एक बात बताते चले कि हम अपनी मांग जिले के सभी प्रतिनिधियों तक पहुंचा चुके हैं, हमें बस उन्हें याद दिलाना है। मिथिला के नाम से राजनीति करने वाले लोगों से मैंने आग्रह किया कि बेगूसराय के हैशटैग के साथ आये लेकिन उन्होंने ये कहते हुए मना कर दिया कि ‛बेगूसराय के नाम पर लोग ट्वीट नहीं करेंगे’ हम बेगूसराय वाले इतने अछूते हैं, दरभंगा एयरपोर्ट के नाम पर हमने बिना कहे सहयोग दिया था लेकिन यूनिवर्सिटी के नाम पर बेगूसराय अछूता हो गया। बेगूसराय के कुछ जयचंद उनके साथ हैं, उन्हें बता देना चाहता हूं, जनता सब देख रही है. जबकि इस अभियान से जुड़े लोगों ने तय किया कि #BegusaraiWantsDinkarUniversity के साथ #दिनकर #बेगूसराय #मिथिला ट्वीट करने का निर्णय लिया है। बेगूसराय त्याग की भूमि है, क्रांति की भूमि है। हम आपसे वादा करते हैं यूनिवर्सिटी बेगूसराय में बनेगा इसके लिए सरकार के पैर में गिरना पड़े पड़े तो गिरेंगे लड़ना पड़े तो लड़ेंगे और जीतेंगे। जय जन्मभूमि!

स्वतंत्र पत्रकार : अजय कुमार बंटी