बिहार भर में 17 फरबरी से शुरू होकर मैट्रिक की परीक्षा हल्की फुल्की अफवाह के बीच शांतिपूर्ण ढंग से संचालित हो रही है। तमाम तरीके से कदाचार मुक्त परीक्षा के आयोजन में प्रशसनिक इंतजाम के बाद भी कदाचार में संलिप्त पाये जाने बाले परीक्षार्थी को एक्सपेल्ड किया जा रहा है वाबजूद इसके कदाचार रुकने का नाम नहीं ले रहा है।
बेगूसराय के जीडी कॉलेज स्थित परीक्षा केंद्र में मुख्य द्वार से प्रवेश करने के बजाय कुछ परीक्षार्थी पीछे से बाउंड्री फांद कर परीक्षा केंद्र के अंदर दाखिल होते देखे जा रहे हैं इस पूरे मामले की वजह जानने पर हैरान करने बाला बात सामने आया वह यह है कि मुख्य द्वार पर परीक्षार्थियों को ठीक ढंग से चेक करने के बाद अंदर दाखिल होने दिया जाता है क्योंकि परीक्षार्थियों के पास किसी प्रकार की कोई चिट पुर्जा अंदर न ले जा सकें। जबकि पीछे से कुछ छात्र लगभग चार फिट बाउंड्री फांद कर जांच से बचते हुए परीक्षा में शामिल होते हैं।
जीडी कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष पुरषोत्तम कुमार ने बताया कि अमूमन अधिकतर जगहों लर महाविद्यालय का बाउंड्री की हाइट छात्रों की हाइट से भी कम है इसी कारण परीक्षार्थी फांद जाते हैं और बिहार सरकार के कदाचारमुक्त परीक्षा की बात को खोखला साबित कर देते हैं। वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि जीडी कॉलेज के पीछे पिपरा साइड से परीक्षार्थी दीवाल फांद कर अंदर दाखिल होते दिखते हैं the begusarai इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। सक्षम प्रशासनिक स्तर पर भी इस बात की पुष्टि नहीं की गई है।