डेस्क : बिहार में लोकडाउन को लेकर सख्ती चरम सीमा पर है। बाहर तैनात पुलिस बल मुस्तैदी के साथ सरकार के आज्ञा का पालन कर रही है। हाल ही में अररिया जिले से आई एक तस्वीर में यह स्पष्ट रूप से पता चल रहा है की किस तरह से सख्ती है क्यूंकि एक पद अधिकारी ही पुलिस वाले पर कठोरता दिखाता नजर आ रहा है। आपको बता दें अभी कोई भी गाडी निकालने के लिए रोड पास की जरूरत होती है। अगर पास नहीं है तो इसका जुर्माना भरना पड़ेगा। परन्तु बिहार के अररिया जिले से एक वायरल वीडियो लीक हुआ है जिसमें एक जिला कृषि पदाधिकारी के द्वारा एक चौकीदार को बस इसलिए सरेआम बेइज्जत किया जाता है क्यूंकि उसने पदाधिकारी से रोड पास दिखाने को बोल दिया। इस विषय पर पदाधिकारी इतने ज्यादा नाराज हो गए कि उनकी यह नाराजगी को देखते हुए चौकीदार को सबके सामने सजा सूना दी।
इस सजा के दौरान उसको पाँव पकड़ कर माफ़ी मंगवाई गई। कान पकड़ कर ऊठक और बैठक भी लगवाई। आपको बता दें की इस घटना का वीडियो अब वायरल हो रहा हैं जहां पर प्रशासन पर फिर सवाल खड़ा हो गया है की क्या रक्षा प्रणाली कमजोर है। जिससे उठक बैठक करवाई गई वह 55 वर्षीय आदमी है नाम उसका गोनू तात्मा है। जब इस मामले में और तहकीकात हुई तो अररिया के एसडीपीओ पुष्कर कुमार का बयान सामने आया जिसमें उन्होंने कहा की सिपाही खुद ही उठक-बैठक करने लग गया था, कृषि पदाधिकारी ने उससे एसा करने को बिलकुल भी नहीं कहा था। उनका कहना था कि इस मामले की मैंने खुद ही जांच करी है।
इस घटना पर DGP गुप्तेश्वर पांडेय का कहना है की यह एक नंदनिया घटना है और मुझे इस बात पर नाराजगी है। शाम तक इसकी रिपोर्ट हमारे हाथों में होगी, जो कुछ भी हुआ वह गलत हुआ है। अगर पदाधिकारी दोषी पाए गए तो हम इनके खिलाफ कार्यवाही करने में पीछे नहीं हटेंगे।