जब नाश मनुज पे छाता है, पहले विवेक मर जाता है – पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह

बेगूसराय : बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव व पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट के दक्षिणी द्वार पर अपनी जायज मांगों को लेकर पिछले 25 फरवरी से धरना पर बैठे बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ जिला इकाई बेगूसराय के सभी शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार सरकार शिक्षकों के ऊपर दमनात्मक कार्यवाई को वापस ले। उन्होंने कहा सरकार हमारे शिक्षकों को योग्यता के अनुसार वेतन नहीं दे रही है। मौजूदा डबल इंजन की सरकार पर पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने हमला करते हुए कहा कि सरकार की घबराहट अब शुरू है।

माननीय पटना उच्च न्यायालय ने बिहार सरकार को खबरदार किया है,विवेक शून्य सरकार हो गई है । जब नाश मनुष्य पर छाता है ,तो विवेक मनुष्य का मर जाता है ।उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि आपको किसने कहा था कि आप शिक्षकों को 1500 सौ रुपये पर बहाल कीजिए । जब तक पंचायती राज से अलग नहीं करेंगें, तब तक शिक्षकों की प्रोन्नति नहीं होगी। जो वर्तमान में पूरी दमन चक्र की स्थिति शिक्षकों के प्रति सरकार ने बनाई है ।इसमें कोई भी सरकार की सत्ता नहीं टिकेगी ।

उन्होंने कहा सरकार को मैने एक नहीं 15 चिट्ठी लिखा था।लेकिन उसका कोई जवाब नहीं मिला। धरना पर बैठे सभी शिक्षकों का हौसला बढ़ाते हुए उन्होंने कहा जो शिक्षक जितना अधिक इस संघर्ष की आग में जलेंगे ।वह उतना मजबूत बनेंगे ।उन्होंने शिक्षकों को एकता वध कायम रखने की अपील की ।पूर्व सांसद ने कहा कि जब तक मेरा शरीर खड़ा रहेगा, तब तक किसी भी शिक्षकों के ऊपर होने वाले कार्रवाई को हम स्वयं सरकार से लड़ने के लिए तैयार हैं । उन्हें कुछ भी नहीं होने देंगे ।

जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा शिक्षकों के ऊपर की गई एफआईआर की कार्रवाई पर उन्होंने जमकर बरसते हुए कहा कि उनको सबसे पहले शिक्षकों का बनाया गया नियमावली 2006 का अध्ययन करना चाहिए था। उसके बाद उन्हें कार्रवाई करनी चाहिए । उन्होंने शिक्षकों से कहा कि आप सबों की असली परीक्षा 5 तारीख को है । शिक्षको के धरना की अध्यक्षता जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष उमानंद चौधरी ने किया। धरना को दर्जनों शिक्षकों ने संबोधित किया।