बेगूसराय सहित बिहार के इन 11 जिलों में बनेंगे बड़े वेटलैंड पर्यटन स्थल, जानिए क्या होगा खास..

डेस्क : बिहार के कई सारे जिलों में वेटलैंड यानि चौर काफी ज्यादा उपलब्ध है। चौर या वेटलैंड्स उन जगहों को कहा जाता है जहां भरपूर नमी पाई जाती है। इसे आद्र भूमि भी कहा जाता है। मुख्यत यह वह जगह होती है जहां वर्ष भर आंशिक या पूर्ण रूप से जल भरा रहता है।

वर्तमान में भारत में 19 प्रकार के वेटलैंड्स पाए जाते हैं।बिहार में अब वेटलैंड्स यानी कि चौर को विकसित करने के लिए बड़े फैसले लिए जा रहे हैं। बिहार के 11 जिलों में उपलब्ध सौ हैक्टेयर से भी बड़े वेटलैंड्स यानि चौर को टूरिस्ट प्लेस के रूप में विकसित किया जाएगा। चुकी चौर से ही नदिया, कुँए और तालाब सहित ग्राउंडवाटर रिचार्ज होता है। इसलिए इन्हें जल प्रबंधन के स्रोत के तौर पर विकसित किया जा रहा है।

बेगूसराय सहित अन्य दस जिलों के चौर किया जाएगा विकसित : यह सभी चौर मुजफ्फरपुर, वैशाली, सिवान,सारण,ईस्ट चंपारण, दरभंगा, बेगूसराय कटिहार, समस्तीपुर, बक्सर ,भोजपुर में विकसित किए जाएंगे। इन सभी जगहों का क्षेत्र लगभग 9100 हेक्टेयर का है और सबका हेल्थ कार्ड भी बन चुका है। इसके बाद 36 वेटलैंड्स को अधिसूचित किया जाना है। फिलहाल 64 वेटलैंड्स की पहचान की जा चुकी है। इन 64 में से लगभग 28 वेटलैंड को वेटलैंड संरक्षण एवं प्रबंधन रूल्स 2017 के तहत नोटिस दिए जाने की तैयारी राज्य के पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा की जा रही है। इसके साथ ही साथ राज्य के पांच अन्य चौर को रामसर साइट घोषित करने का प्रस्ताव दिया गया है।

बेगूसराय के बसही और एकम्बा वेटलैंड्स को किया गया है सूची में शामिल : विकसित होने वाले प्रस्तावित वेटलैंड्स में बेगूसराय का एकंबा वेटलैंड जो कि लगभग 300 हेक्टेयर में फैला हुआ है। वही दूसरा बसही 146 हेक्टेयर में है और कावर झील जो कि 2677 हेक्टेयर में फैला हुआ है इसे शामिल किया गया है। वहीं दरभंगा का केन्सर चौर, गंगा सागर झील, कानल झील, हराही झील, दिघी झील एवम महिपारा चौर को भी इसमें शामिल किया गया है।मुजफ्फरपुर का कटिया शरीफ मन, बनीरा लाही वेटलैंड और मोनिका मन को भी इसमें शामिल किया गया है। पूर्वी चंपारण के करिया मन और मोती झील को विकसित करने के लिए भी योजना पर काम चल रहा है। इसके अलावे वैशाली ,सारण, सिवान के भी कई सारे वेट लैंड्स का चुनाव उनके सौंदर्यीकरण के लिए इस योजना के तहत किया जा रहा है।