मंझौल: जल है तो कल है.जल जीवन हरियाली है तो मानव में खुशहाली है.नशा समाज के लिए नासूर है.बाल विवाह एवं दहेज प्रथा से समाज के लोगों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ता है.उक्त बातें बेगूसराय के डीडीसी ऋचि पांडेय ने मानव श्रृंखला निर्माण की तैयारी को लेकर मंगलवार को आहुत कार्यक्रम के दौरान शताब्दी मैदान मंझौल में कहीं.इस दौरान उन्होंने मानव श्रृंखला के उद्देश्य पर विस्तार पूर्वक चर्चा किया.
बोले नशीले पदार्थों के सेवन से लोगों में तरह तरह की बीमारियां फैल रही है.जिस पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है.वहीं बाल विवाह एवं दहेज प्रथा एक समाजिक बुराई है.इससे खासकर लड़कियों की शारिरीक संरचना पुरी नहीं होने के कारण उसके सेहत पर कुप्रभाव पड़ता है.जिससे आर्थिक संसाधन का नुक़सान होता है.जबकि बाल विवाह समारोह में भाग लेने वाले सभी लोगों को कानूनी रूप से दंडित करने का प्रावधान किया गया है.
वहीं दहेज प्रथा का दुष्परिणाम सुसाइड एवं आत्महत्या के रूप में देखने को मिलता है.बिहार में महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में बेहतर कार्य हुआ है.यहां के लड़के,लड़कियां देश ही नहीं बल्कि पुरी दुनिया में बिहार का नाम गौरवान्वित कर रहे हैं.सरकार अपने महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम जल जीवन हरियाली अभियान,नशामुक्ति,बाल विवाह एवं दहेज प्रथा उन्मूलन के लिए मानव श्रृंखला का निर्माण करवा रही है.
मानव श्रृंखला के माध्यम से हम लोगों को इन समाजिक बुराइयों को मिटाने का संकल्प लेना है.ताकि देश में बिहार राज्य अन्य राज्यों के लिए नमुना बनकर समाजिक बदलाव के क्षेत्र में मिल का पत्थर साबित कर सके.
प्रकृति के साथ छेड़छाड़ से मानव का जीवन खतरे में
कार्यक्रम में मौजूद पूर्व सांसद रामजीवन सिंह ने कहा प्रकृति पर किसी का नियंत्रण नहीं है.हमलोगों ने प्रकृति के साथ छेड़छाड़ किया है.जिससे वर्षा में कमी आई है.नदियां,पोखरे एवं झीलों पर अस्तित्व के बादल मंडराने लगे हैं.भूगर्भीय जल का लेवल काफ़ी नीचे खिसकता जा रहा है.जिसके फलस्वरूप मानव जीवन पर खतरों के बादल मंडराने लगे हैं. अगर अभी से चेता नहीं गया तो वैज्ञानिकों के अनुसार 2025 तक स्थिति भयावह हो सकती है.हम लोग नदियों एवं पेड़ों की पूजा करने वाले हैं.इसलिए नदी नाले पोखरे एवं झीलों को बचाने के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाएं.
तथा इसकी संरक्षण करें.इसके लिए सरकार के महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम में अपनी महती भूमिका निभाते हुए मानव श्रृंखला बनाकर देश दुनिया को बचाने का संकल्प लें.इस दौरान उन्होंने लोगों को एक कथा के माध्यम से कहा जोगने वाला ही भोगता है.प्रकृति ने इस धरती पर हरेक चीजें मनुष्य के फायदे के लिए बनाई है.कोई चीज़ बेकार पैदा नहीं किया है.इसलिए प्रकृति के साथ छेड़छाड़ बंदकर पहले जोगें, फिरभोगें.कार्यक्रम की अध्यक्षता मुखिया संघ के प्रखंड अध्यक्ष राजेश कुमार उर्फ रामलोली ने की.जबकि मंच संचालन शिक्षक चंद्रकिशोर ठाकुर ने किया.
कार्यक्रम के दौरान कन्या मध्य विद्यालय मंझौल एवं परिषद मध्य विद्यालय मंझौल की छात्राओं ने विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया.मौके पर रोक शिकायत निवारण पदाधिकारी जनक कुमार, एसडीएम दुर्गेश कुमार, बीडीओ कर्पुरी ठाकुर,सीओ राजीव रंजन चक्रवर्ती,बीईओ योगेन्द्र प्रसाद यादव,प्रमुख शोभा रानी, सीडीपीओ श्वेता कुमारी,मुखिया प्रतिनिधि निरंजन कुमार उर्फ टुनटुन,वीरेश हजारी, सुरेश सहनी,मुखिया विकेश कुमार, जदयू के जिला महासचिव विकास कुशवाहा,प्रखंड अध्यक्ष विपिन कुमार मिश्र सहित अन्य मौजूद थे.