भगवानपुर (चन्दन शर्मा) : अनलॉक होते ही कोरोना संक्रमण के बीच जनता के द्वारा मांगों को लेकर सड़क जाम करने का सिलसिला शुरू हो चुका है। बड़ा सवाल यह होना चाहिए आखिर जिस वक्त में दो गज दूरी का लाइफ स्टाइल डेवलप हो रहा है। वैसे कालखण्ड में किन परिस्थितियों में जाम करने की नौबत आती है। गुरुवार को ऐसा ही कुछ नजारा जिले में भगवानपुर प्रखंड क्षेत्र में दिखा। जहां मेहदौली गांव के समीप भगवानपुर समसा पथ को गुरुवार को मेहदौली पंचायत के वार्ड सदस्या इंदु देवी ने मुखिया सुरेश पासवान पर ब्लैंक चेक 22 लाख को लेकर राशि निकासी कर लेने का आरोप लगा कर ग्रामीणों के साथ सड़क जाम कर दिया।
वार्ड सदस्या का कहना है कि मुखिया सुरेश पासवान ने हमसे 22 लाख रुपये का चेक ब्लैंक रूप से ले लिया और कहा कि काम हो जाएगा। लेकिन राशि निकासी हो गयी पर काम नहीं पूरा हुआ। जिसपर हमें आपत्ति है चेक कट गया और काम नहीं हुआ तो हमें परेशानी होगी। करीब 4 घंटे तक सड़क जाम रहा। इसकी सूचना पाकर सी ओ कुमार नलिनीकांत, थानाध्यक्ष दीपक कुमार, जे एस आई कवीन्द्र सिंह पुलिस बल के साथ पहुच कर वार्ड सदस्य एवं ग्रामीणों को समझा बुझा कर सड़क जाम समाप्त कर दिया।
सी ओ ने कहा कि यह मामला प्राधिकार में है इसकी जांच हो रही है। जो भी दोषी पाए जाएंगे उनपर करवाई होगी। सड़क जाम करना सही नहीं है। वहीं थानाध्यक्ष दीपक कुमार ने कहा कि इसकी जांच मेरे यहाँ भी आया है। जांच कर दोषी पर कारवाई की जाएगी। इधर बीडीओ अजय कुमार ने कहा कि यह मामला जिला विधिक प्राधिकार में है। एक से दो दिन में तथ्यपूर्ण रिपोर्ट वरीय अधिकारी को भेज दी जाएगी। सड़क जाम करना संवैधानिक नहीं है।