रोज हो रहे वाहन दुर्घटनाओं से परेशान ग्रामीणों ने की सड़क जाम , सड़क पर गड्डा या गड्डा में सड़क नहीं चलता पता

छौड़ाही (बेगूसराय) : कई जिला को जोड़ने वाली प्रमुख सड़क दौलतपुर मालीपुर मुख्य पथ बनने के बाद 1 साल भी नहीं चल सका। बनने के बाद ही हुए छोटे छोटे गड्ढे अब बड़े गड्ढों में तब्दील हो गई है। जिसमें गिरकर रोजाना कई वाहन पलट रहे हैं, लोग हाथ पैर तुड़बा रहे हैं। छौड़ाही बाजार में तो सड़क पर कीचड़ एवं गड्ढों का अंबार लग गया है।

कई बार ध्यान आकृष्ट करने के बाद भी प्रशासनिक पहल नहीं होते देख गुरुवार को स्थानीय ग्रामीण छौड़ाही बाजार में बखड्डा चौक पर दौलतपुर मालीपुर सड़क को बांस बल्ला से जाम कर धरने पर बैठ गए। जिस कारण सड़क पर वाहनों की लंबी कतार लग गई।सड़क जाम कर धरना दे रहे सावत पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि प्रणव कुमार जीवछ कुमार यादव, रामउदय शर्मा, अनिल यादव, अभिषेक अनुराग, राम नारायण शर्मा, निरंजन कुमार, तबरेज, अंजुम, सिकंदर पासवान, फिरदौस आलम, साबिर आलम, राम कुमार महतो, लक्ष्मी यादव आदि लोगों का कहना था कि 10 माह पहले इस सड़क का पुनर्निर्माण के समय घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया। ग्रामीणों ने विरोध किया तो अफसरों ने प्राथमिकी दर्ज करवने की धमकी देकर घटिया सड़क निर्माण करा दिया।फिर ग्रामीणों के विरोध के बावजूद बीडीओ छौड़ाही ने जबरननल जल योजना के तहत सड़क को खोदवा दिया गया। लेकिन मांग के बावजूद यहां नाला निर्माण की स्वीकृति नहीं दी।

अब, बारिश एवं नल जल योजना के पाइप से लिकेज पानी सड़क पर जमा हो जाता है। 3 से 4 फीट गहरा गड्ढा हो गया है। दुकानदारी चौपट हो गई है। रोज 15 -20 बाइक सवार दुर्घटनाग्रस्त होकर हाथ पैर पुरवा रहे हैं। विगत तीन दिन में बीस से ज्यादा कार, टैंपू और मालवाहक वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं। सांसद विधायक बीडीओ डीएम तक को कहा गया। परंतु, कोई सुनवाई नहीं हुई। ग्रामीणों का कहना था कि मुखिया प्रतिनिधि प्रणव कुमार ने अपने जेब से यहां राबीश डलवा कर मरम्मत करवाया तो शाबाशी के बदले अफसरों ने उन्हें नोटिस भेज दिया। आक्रोशित ग्रामीणों का कहना था कि अफसर सड़क को ठीक नहीं करा रहे हैं ग्रामीणों को भी ठीक करने नहीं दे रहे हैं। इस अफसरशाही के कारण लोगों की जान पर आफत आ गई है। इसलिए सड़क जाम कर अंधे बहरे प्रशासन को सुना समझा रहे हैं। सुबह 7:00 बजे से लगा सड़क जाम दोपहर 12:30 बजे विधायक राजवंशी महतो एवं बीडीओ द्वारा तत्काल सड़क को चलने बनाने एवं स्थाई निर्माण हेतु पहल करने के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने शुक्रवार सुबह तक का समय देकर सड़क जाम समाप्त कर दिया।