बिहार : जहां एक तरफ बिहार सरकार के मुखिया नीतीश कुमार के आह्वाहन पर जल जीवन हरियाली के लिये एवम सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ मानव श्रृंखला 19 जनवरी को बनायी जानी है उसको लेकर तमाम तैयारियां को सरकारी तंत्र के द्वारा अंतिम रूप प्रदान कर दी गयी हैं मानव श्रृंखला का वीडियो रिकॉर्डिंग हेलीकॉप्टर से किया जायेगा एकदम फिल्मी स्टाइल में होगा सारा चीज जैसे सिनेमा को शूट किया जाता है एकदम वैसे ही मानव श्रृंखला का भी शूटिंग होगा ।
ट्विटर पर हो गई गरबर
#bycott19janhumanchain का हैशटेग ट्रेंड कर रहा है जानकारी साझा करने तक लगभग 14.1k ट्वीट हो चुके हैं इस हैशटैग के साथ लोग नीतीश कुमार के इस मानव श्रृंखला आयोजन के ऊपर तंज कसते हुए लोगों ने बेरोजगारी और शिक्षा के मुद्दे पर नीतीश कुमार को घेरा है।
यूथ कांग्रेस ने सरकार से पूछे सवाल ?
बिहार यूथ कांग्रेस ने अपने ऑफिसियल ट्वीट हेंडल से हैशटेग के साथ ट्वीट करते हुए लिखा है
2016 में यात्रा के नाम पर, महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को दी गई धनराशि में से 75,000 रुपये की कटौती की गई थी, जो कि राशि को घटाकर मात्र 15,000 रुपये प्रति एसएचजी कर दिया गया था। क्या यह गरीबी उन्मूलन या गरीबी उन्मूलन है? यह नीतीश के प्रचार का खर्च है।
वामदल के ओर से अग्रेसिव ट्वीट्स आएं हैं
जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष एन साईं बालाजी ने अपने ट्वीट हेंडल से ट्वीट किया है कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार को 19 जनवरी को आयोजित होने वाली मानव श्रृंखला और ‘ हरियाली यात्रा ’पर खर्च होने वाले अरबों रुपयों का ब्योरा सार्वजनिक करना चाहिए।
सीपीआई एमएल लिबरेशन के कविता कृष्णन ने ट्वीट करते किया है कि नीतीश कुमार द्वारा किए गए प्रचार स्टंट के परिणामस्वरूप हजारों गरीब परिवारों को विस्थापित किया जाएगा और सार्वजनिक धन का व्यापक विभाजन होगा।
हालांकि और भी मुख्य विपक्षी पार्टियां राजद ,हम ,जाप ,रालोसपा , वीआईपी पार्टी की ओर से इस ट्विटर ट्रेंड में दिलचस्पी नहीं दिखाई जा रही है आपलोग भी ट्विटर पर जाकर देखें कि किस प्रकार से नीतीश जी प्रायोजित जल जीवन हरियाली को घेरने की तमाम प्रकार की बात हो रहें हैं