डेस्क : बिहार में पूर्व मध्य रेलवे के अधिकारी अरविंद रजक ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा पर अमर्यादित टिप्पणी की । इस बात पर बिहार सरकार और केंद्र सरकार की फजीहत हो गयी। जिसके बाद आनन फानन में रेल मंत्रालय ने रेलवे अधिकारी का तबादला कर दिया । पहले रेलवे अधिकारी पूर्व मध्य रेलवे, हाजीपुर में तैनात थे, लेकिन अब उनको दक्षिण पश्चिम रेलवे भेज दिया गया ।
अमूमन रेलवे स्टेशन पर कई तरह की परेशानियां अधिकारियों को होती हैं। दरअसल यह मामला लखीसराय जिला का है जहाँ पर बड़हिया निवासी मनोरंजन सिंह ने अरविन्द रजक को फ़ोन किया था। टेलीफोन पर उन्होंने गाड़ियों के ठहराव को लेकर बातचीत की थी। इस बातचीत के बीच में वह इतने ज्यादा बेलगाम हो गए और एक-एक कर उन्होंने गिरिराज सिंह की हैसियत फ़ोन पर बताना शुरू कर दी थी। टेलीफोन पर उन्होंने मंत्री के साथ साथ बड़हिया के लोगों को हवाबाज़ बताया। उन्होंने कहा की बड़हिया के 90 % लोग हवाबाज़ हैं।
रेल अधिकारी ने फ़ोन पर जो कहा वह इस प्रकार है
” सच बात तो यह है की आपके मंत्री गिरिराज सिंह की रेलवे मिनिस्टर के सामने घिग्गी नहीं खुलता है, झूठो फांय फांय करते हैं। ठीक है, यहां फांय फांय करते हैं. “
हालाँकि इस तरह की बात एक ऊँचे दर्जे के अधिकारियों से स्वीकारी नहीं जा सकती हैं। कोई अगर यह बातें सुनेगा तो वह बिलकुल भी विश्वास नहीं करेगा की किसी ऊंचे स्तर का अधिकारी ऐसी बात कर सकता है। फ़ोन पर बात कर रहे मनोरंजन सिंह ने साफ़ बोला की गिरिराज सिंह उनके चाचा लगते हैं और वह उनकी किसी भी प्रकार की बेज्जती बर्दाश्त नहीं करेंगे। लेकिन जितने में रजक बाबू ने अपनी आवाज़ बदली उतने में काफी देर हो चुकी थी। बता दें की इस बात की वजह से सियासी हल चल मच गया और यह बात सीधा रेल मंत्री पियूष गोयल तक चली गई। पियूष गोयल द्वारा इस मामले पर एक्शन लिया गया और रेल अधिकारी को तुरंत ट्रांसफर नोटिस भेजा गया।