न्यूज डेस्क, बेगूसराय : बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा छौड़ाही अंचल में राजमिस्त्री का प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा है। इस प्रशिक्षण में भूकंप रोधी, बाढ़ रोधी एवं चक्रवात रोधी तीनों तरह के आपदा से हमारा मकान कैसे सुरक्षित रहे इसके बारे में छौड़ाही प्रखंड के 30 राजमिस्त्री का सात दिवसीय प्रशिक्षण चल रहा है।
आपदा प्रबंधन विभाग के प्रशिक्षण प्रभारी कुमार सौरव ने बताया प्रशिक्षण में ईट को चार से छह घंटा फुला कर जोड़ने, मसाला को एक घंटा के अंदर इस्तेमाल कर लेने चाहिए क्योंकि मसाला एक घंटा बाद सूख जाता है, छड़ में जंग लगने से बचाने हेतु कवर ब्लॉक का इस्तेमाल करने, दो छड़ के बीच लैप जितना एमएम छड़ उसको इंच में दुगना कर जोड़ने, छत का छड़ बांधने, छज्जा में छड़ बांधने एवं बांस का घर को भी आपदा रोधी बनाने के बारे में बताया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि उक्त चीजों का मकान मालिक भी ध्यान में रखें तो टिकाऊ आपदा रोधी मकान तैयार होगा। इस अवसर पर प्रशिक्षण प्रभारी प्रेम कुमार, ट्रेनर दिपक कुमार, मास्टर ट्रेनर सतीष सिंह 30 राजमिस्त्री को प्रशिक्षित कर रहे हैं