बेगूसराय : केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भागवत कथा ज्ञान वाचन शुरुआत के अवसर पर यह कहा की आजकल के बच्चे बहुत होनहार है वह कलेक्टर,आईएएस ,आईपीएस ,आई आई टी पास कर लेते हैं और बड़े पैकजों पर विदेश चले जातें है पर वहाँ जाकर अपनी संस्कृति से जुड़े नहीं रहते जिसकी वजह से गौमांस और अन्य मांस के पदार्थ को खाने के रूप में सेवन करने लगते है । और परिवार के बड़े बुजुर्ग शिकायत करते हैं की हमारे बच्चे उनकी देखभाल नहीं कर रहे है । यह इस वजह से हो रहा है क्यूंकि मिशनरी स्कूलों में गीता के पाठों का अध्ययन नहीं करवाया जाता है, जिसके कारण वश बच्चे श्रवण कुमार नहीं बन पाते हैं ।
इस कार्यक्रम को लोहिया नगर में आयोजित करा गया जहाँ पर गिरिराज सिंह ने समूह को सम्बोधित करते हुए बताया की बच्चों के संस्कारों में कमी होने के कारण वह गौमांस का सेवन करने लगते है और इन सब में बच्चों की गलती नहीं है क्यूंकि हमारे परिक्षण से यह पता लगा है की 100 घरों में से सिर्फ 15 घर थे जहां पर हनुमान चालीसा की मौजूदगी थी और मात्र तीन घरो में रामायण एवं गीता मिली है ।
अपने सनातन धर्म को ऊंचा बताते हुए कहा की इसका कोई मुकाबला नहीं कर सकता है । उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह बताया की भारत की संस्कृति बचेगी तभी भारत बचेगा उन्होंने यह भी बताया की पकिस्तान की चाहत को वह पूरा नहीं होने देंगे इसके लिए किसी को घबराने की ज़रुरत नहीं है ।