डेस्क : बेगूसराय जिले में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर दोनों गठबंधन के सीटों की गांठ खुल गयीहै। जिले के सात सीटों में जहां अभी तक कि तस्वीर के अनुसार महागठबंधन में दो सीट राजद,तीन सीट सीपीआई और एक एक सीट कांग्रेस और सीपीएम के हिस्से आयी है। सीपीआई को बछवाड़ा, तेघड़ा और बखरी की सीट मिली है। राजद को चेरियाबरियारपुर और साहेबपुर कमाल की सीटें मिली हैं। सीपीएम को मटिहानी सीट मिली है।
जबकि, कांग्रेस को अपनी सीटिंग सीट बेगूसराय मिली है। पिछले चुनाव में जिले के तीन सीटों पर राजद का कब्जा था। उसमें साहेबपुर कमाल, तेघड़ा और बखरी शामिल था। उसके तेघड़ा के विधायक राजद छोड़कर जदयू में शामिल हो गए। इस बार समझौते के तहत उसने बखरी की सीटिंग सीट सीपीआई को दे दी। सीट बंटवारे में महागठबंधन में सबसे हास्यास्पद स्थिति जिले में कांग्रेस पार्टी की रही। उसकी सीटिंग सीट बेगूसराय और बछवाड़ा थी। मटिहानी से उसकी दावेदारी प्रबल थी। लेकिन, गठबंधन में बछवाड़ा की सीटिंग सीट सीपीआई के और मटिहानी सीट सीपीएम के हिस्से चलीं गईं। अब जिले में मात्र एक सीट पर उसके उम्मीदवार रहेंगे।
सीपीआई और सीपीएम को सबसे ज्यादा फायदा हुआ। दोनों वामदलों ने चार सीट गठबंधन में झटक लिए इधर ,एनडीए में भाजपा को तीन सीटें बखरी, बेगूसराय और बछवाड़ा नसीब हुई है। जदयू को साहेबपुर कमाल चेरियाबरियारपुर, तेघड़ा और मटिहानी की सीटें मिली हैं। इनमें चेरियाबरियारपुर और मटिहानी उसकी सीटिंग सीट थी। अब महागठबंधन में सीटों की स्थिति क्लीयर हो जाने के बाद सबकी नजर लोजपा और रालोसपा गठबंधन पर टिकी है। लोजपा के केन्द्रीय नेतृत्व ने पहले ही घोषणा कर रखी है कि वे जहां से जदयू के उम्मीदवार रहेंगे वहां से उम्मीदवार देंगे।।
इस लिहाज से चेरियाबरियारपुर, मटिहानी, साहेबपुर कमाल और तेघड़ा से उसके उम्मीदवार उतरेंगे ही। यूं पहले से ही साहेबपुर कमाल में लोजपा के सुरेन्द्र विवेक और चेरियाबरियारपुर से कद्दावर नेता पूर्व विधायक अनिल चौधरी के चुनाव लडने की चर्चा थी। अब देखना होगा कि मटिहानी और तेघड़ा से लोजपा किन्हें उतारती है। जिले में रालोसपाऔर पप्पू यादव के गठबंधन से भी विभिन्न क्षेत्रों में उम्मीदवार उतरेंगे। इस सप्ताह उम्मीदवारों की स्थिति साफ हो जाएगी।