नीतीश सरकार की शराबबंदी में हैं सैंकड़ों छेद , रेल में की जाने लगी है शराब की तस्करी , हुआ सनसनीखेज खुलासा

न्यूज डेस्क , बेगूसराय : बिहार सरकार सालों पहले हुई शराबबंदी को लेकर लाख अपनी पीठ थपथपा ले परंतु एक काला सच यह भी है कि बिहार सरकार शराब बंदी को पूर्णत लागू करवाने में अब तक कामयाब नहीं हो पाई है। बिहार में शराब तस्करी किये जाने के नए नए आइडियों को पर्दाफाश होते रहता है।

परंतु बेगूसराय में एक सनसनीखेज मामला बरौनी जंक्शन से निकल कर आई है, जहां पर शराबबंदी के बावजूद रेलवे परिसर में शराब तस्करी का मामला सामने आया है। बताते चलें कि नई दिल्ली से सहरसा जा रही वैशाली सुपरफास्ट स्पेशल के जनरेटर आन में एक बैग में रखे 24 बोतल अंग्रेजी शराब जीआरपी ने बरामद किया। गुप्त सूत्रों की जानकारी पर जीआरपी ने उक्त जनरेटर यहां से तीन रेल कर्मियों को भी गिरफ्तार किया । जिस पर बिहार मद निषेध अधिनियम की धारा के तहत मामला दर्ज कर सभी को जेल भेज दिया गया। बरौनी जीआरपी थानाध्यक्ष के अनुसार गिरफ्तार किए गए तीनों युवक की पहचान उत्तर प्रदेश के बलिया निवासी मुमताज अंसारी, औरंगाबाद के निवासी अमर कुमार, गया के मंझौली निवासी गणेश शंकर निराला के रूप में की गई।

जानकार बताते हैं कि बिहार के बाहर से आने वाली ट्रेनों के जनरेटर यान में कार्यरत रेल कर्मियों एवं एसी बोगियों के टेक्नीशियनओं के अलावा कई ट्रेनों के रसोई जान में कार्यरत बेंडर व अन्य लोगों के विभिन्न राज्यों से शराब की खेप लेकर चलते हैं जिसके बाद अपने-अपने सेंटरों को सही जगह देखकर शराब की खेप हाथ लगा देते हैं और वह उसे क्षेत्र में जाकर उँची दामों पर बेचते हैं। जिसमें लाने बालों से लेकर डिलीवरी करने वालों तक को मोटी कमाई हो जाती है। बताते चलें कि गलत ढंग से रूपये कमाने के चक्कर में रेलकर्मी भी शराब की तस्करी में संलिप्त होने लगे हैं इस बात की पुष्टि तब हुई जब बेगूसराय बरौनी जंक्शन से यह सनसनीखेज खबर गुरुवार को सामने आई ।