न्यूज डेस्क : जिले के प्रत्येक दिव्यांगजनों तक यूनिक डिजेबिलिटी आईडेंटिटी (UDID) कार्ड की उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से विभिन्न प्रयासों के फलस्वरूप जिले में अब तक मात्र 5,691 निबंधित आवेदनों में से 4,213 दिव्यांगजनों का यूडीआईडी कार्ड निर्गत कर दिया गया है। जबकि 2011 के जनगणना के अनुसार जिले में कुल 82,682 दिव्यांगजन है तथा वर्ष 2020 तक इसमें से कुल 71,489 दिव्यांगजनों का प्रमाणीकरण किया गया है। सामाजिक सुरक्षा-सह-दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग, बेगूसराय द्वारा बताया गया कि यूडीआई कार्ड की प्राप्ति हेतु दिव्यांगजन स्वयं यूडीआईडी पोर्टल http://www.swavlambancard.gov.in/ पर आवेदन कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त पंचायत स्तर पर उपलब्ध सुविधा केंद्र (सीएससी), सिविल सर्जन कार्यालय, बेगूसराय में पूर्ण रूप से भरा हुआ विहित प्रपत्र आवश्यक दस्तावेज
क. दिव्यांगता प्रमाणपत्र की छायाप्रति
ख. फोटो (पासपोर्ट साइज)
ग. आधार कार्ड की छायाप्रति
घ. आवासीय प्रमाणपत्र की छायाप्रति के साथ आवेदन कर सकते हैं। आवेदनों का सिविल सर्जन कार्यालय द्वारा सत्यापन के उपरांत यूडीआईडी के संबंध में कार्रवाई की जाती है।
सहायक निदेशक द्वारा बताया गया कि आवेदन के संबंध में सभी अनुमडलों में कार्यरत बुनियाद केंद्र से जानकारी प्राप्त की जा सकती है। सुविधा केंद्र (सीएससी) के माध्यम से निबंधन कराने हेतु आवेदक को स्वयं अपने स्तर से रू. 10/- शुल्क वहन करना होगा। अन्य स्थलों पर निबंधन का कार्य निःशुल्क किया जाएगा। ध्यातव्य हो कि समाज कल्याण विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्गत संयुक्त आदेश के अनुसार, दिनांक 01 अप्रैल, 2021 से कोई भी नया अथवा डुप्लीकेट दिव्यांगता प्रमाणपत्र ऑफलाइन (OFFLINE) निर्गत नहीं जाने हैं। इस संदर्भ में पूर्व से निर्गत ऑफलाइन दिव्यांगता प्रमाणपत्रों का शत-प्रतिशत ऑनलाइन (ONLINE) सत्यापन करते हुए दिव्यांगजनों के लिए UDID कार्ड बनाने की प्रक्रिया पूर्ण किए जा रहे हैं। सहायक निदेशक, जिला सामाजिक सुरक्षा-सह-दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग, बेगूसराय की अपील– आवेदक यूडीआईडी से संबंधित आवेदन प्रपत्र पूर्ण रूप एवं सही प्रकार से भरें। अपूर्ण अथवा गलत रूप से भरे हुए आवेदन के कारण यूडीआईडी निर्गत करने की प्रक्रिया बाधित होती है