बेगूसराय में बेपनाह प्यार के सामने टूट गयी मजहब की दीवार, चंदा बीबी से चंदा कुमारी बनकर मंदिर में रचाई शादी , जानिए INSIDE स्टोरी

न्यूज डेस्क : भूख न जाने जूठा भात, नींद न जाने टूटी खाट, प्यार न जाने जात कुजात.. ये पक्तियां जिसने भी कही हैं सच ही कही हैं। क्योंकि प्यार है ही ऐसा कि इसमें धर्म जाति-पांति कोई मायने नहीं रखता है। कुछ इसी प्रकार का अनोखा मामला बिहार के बेगूसराय से सामने आया है। जहां, एक मुस्लिम लड़की को हिंदू लड़के से बेपनाह प्यार हो गया। फिर अंत में शादी करने के लिए मुस्लिम लड़की ने अपना धर्मांतरण किया। मामला बेगूसराय के साहेबपुर प्रखंड सामने आया है, जहां 19 वर्षीय मुस्लिम युवती चंदा बीबी ने 23 वर्षीय हिंदू लड़के राजीव से शादी के लिए धर्म बदला, अपना नाम बदला, फिर उससे हिंदू रीति-रिवाज से मंदिर में शादी की… हालांकि, शादी करने के लिए चंदा ने अपनी जिंदगी भी दांव पर लगा दी थी। तो चलिए आपको पूरा कहानी समझाते हैं।

मामले का खुलासा 24 अगस्त से शुरू हुआ: बताते चलें कि दोनों का प्रेम प्रसंग पिछले 5 सालों से चल रहा था। इसी बीच 24 अगस्त को प्रेमिका चंदा बीबी ने प्रेमी राजीव कुमार को मिलने के लिए अपने घर पर बुलाया था। इस बात की भनक प्रेमिका के परिजनों को लग गई। जैसे ही प्रेमी राजीव प्रेमिका चंदा से मिलने उसके घर पहुंचा। तभी लड़की के घरवालों ने राजीव की जमकर पिटाई कर दी। तथा प्रेमी युवक राजीव को पुलिस के हवाले कर दिया। इसी बात से आहत होकर प्रेमिका चंदा ने जहर खा लिया। फिर लड़की के परिजनों ने उसे आनन-फानन में बेगूसराय सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के बाद लड़की खतरे से बाहर आ गई। तब इस मामले में नया मोड़ आया..

प्रेमिका चंदा ने कहा, अगर राजीव से शादी नहीं हुआ तो हम निश्चित मर जाएंगे: सदर अस्पताल में भर्ती के दौरान प्रेमिका चंदा बीवी ने बताया “हमको माता-पिता से कोई मतलब नहीं है, मेरा भाई मुझे हर वक्त मारता रहता है। 24 अगस्त को राजीव सिर्फ BA पार्ट 2 का किताब (Book) देने के लिए मेरे घर पर आया था। इसी दौरान मेरे भाई ने उसे हाथ पैर बांधकर भर दम मारा। जबकि, हम चिल्लाते रहे पहले मेरी बात सुन लीजिए। फिर भी मेरी बात किसी ने ना सुनी। इसीलिए, अंत में मैंने चूहे की दवाई खा ली।” आगे वह फूट-फूट कर रोते हुए बताती है ” हम शादी करेंगे तो सिर्फ राजीव से ही। परंतु घर नहीं जाएंगे। क्योंकि घर जाएंगे तो मेरा भाई मुझे मारेगा।

पिछले 5 साल पहले दोनों का मिलन हुआ था: बता दे की दोनों का प्रेम प्रसंग पिछले 5 वर्षों से चलता रहा है। प्रेमिका चंदा बीबी ने बताया कि बीते वर्ष 2016 में बलिया में डिजनीलैंड मेला लगा था। इसी दौरान हम अपने सहेलियों के साथ मेला देखने गए थे। इसी बीच हमारी मुलाकात राजीव से हुई। पहली नजर में ही चंदा ने राजीव की अपना दिल दे बैठी।इसी दौरान धीरे-धीरे दोनों का प्यार परवान चढ़ता गया और समय भी बीतता गया। दोनों एक दूसरे से मिलते रहे। इसी बीच 24 अगस्त को इस मामले का खुलासा हुआ। प्रेमी राजीव के गिरफ्तारी के बाद यह घटना लगातार सुर्खियां बटोरता रहा। खासकर, बजरंगदल और विश्वहिंदू परिषद के कार्यकर्ता इस घटना को आड़े हाथों लेते हुए प्रेमी जोड़े के समर्थन में अस्पताल से सड़क तक उतर गए।

27 अगस्त को चंदा हिंदू धर्म अपनाकर राजीव से की शादी: यह मामला लगातार सुर्खियां बटोरने के बाद अंत में बजरंग दल के लोगों ने इस शादी में अहम भूमिका निभाते हुए शुक्रवार को गढ़हरा के आर्य समाज मंदिर में हिंदू रीति रिवाज से दोनों की शादी करा दी। चंदा बीवी ने हिंदू धर्म अपनाकर चंदा कुमारी बन राजीव पासवान के साथ शादी रचा ली। वही चंदा ने कहा है कि वह स्‍वेच्‍छा से धर्म बदलकर हिंदू धर्म अपना रही है। उन्हें जबरन धर्म परिवर्तन नहीं कराया गया। और वह राजीव के काफी साथ खुश है। राजीव बलिया के सतीचाैड़ा निवासी कैलाश पासवान का पुत्र है। वह पेशे से आटो ड्राइवर है।