कोरोना का भय : बेगूसराय में एम्बुलेंस के सायरन की आवाज से गयी वृद्ध महिला की जान

बखरी, बेगूसराय : बिहार में लॉकडाउन से रास्तों पर सन्नाटा पसरा रहता है. ऐसे में एंबुलेंस के सायरन से शांत वातावरण में बेचैनी पैदा हो जाती है. इतना ही नहीं सायरन की आवाज सुनने के बाद लोगों की परेशानी बढ़ जाती है. और लोग कोरोना के भय से लोग इतने भयाक्रांत हैं कि पिछले दिनों बेगूसराय के परिहारा गांव में एक वृद्ध महिला की जान एम्बुलेंस के सायरन की आवाज से हार्ट अटैक के बाद चली गयी है। बताते चलें कि बेगूसराय के बखरी प्रखंड के परिहारा गांव में विगत तीन चार दिनों के अंतराल में तीन लोगों की मौत कोरोना से हो गयी है। जिस कारण पूरा गांव कोरोना के डर के साये में जी रहा है। जिसका असर शुक्रवार दोपहर को देखने-सुनने को मिला जब अर्जुन तांती की वृद्ध पत्नी करमा देवी घर में बैठी थी तभी उसके कानों एम्बुलेंस के गुजरने की आवाज आई।

कोरोना के डर के बीच एम्बुलेंस के सायरन की आवाज उसके कानों ऐसी खलबली मचाई की उसकी हृदय की धड़कनें जबाब देने लगी और तत्क्षण उसे हार्ट अटैक आया साथ ही कुछ देर बाद उसकी धड़कनें थमने के बाद मौके पर ही मौत हो गयी। जिससे लोगों के बीच मौत की चर्चाओं का माहौल बन गया। मृत वृद्ध महिला परिहारा पंचायत की पूर्व मुखिया आरती की सास थी। मृतिका का एकमात्र पुत्र एवं पूर्व मुखिया पति मनोज तांती करीब साढ़े तीन साल यानि 44 माह से परिहारा के चर्चित समीर देव हत्याकांड में बेगूसराय जेल में बंद है, जिसे भारी पुलिस-प्रशासन के सुरक्षा व्यवस्था के बीच मृतिका के दाह संस्कार के लिए शनिवार को परिहारा के सोहागी घाट लाया गया। जहां मनोज तांती ने अपनी माँ करमा देवी को हिंदु धर्म के रीति-रिवाजों से मुखाग्नि दिया। बहरहाल जहाँ परिहारा गांव में कोरोना के डर का माहौल है वहीं ऐसी मौत के लिए चर्चाओं का दौर भी जारी है।