न्यूज डेस्क : जिले की खोदावंदपुर प्रखंड क्षेत्र के मेघौल हाईस्कूल चौक से कुम्भी गांव होते हुए गढ़पुरा थाना तक जानेवाली मुख्य पथ का हाल बेहाल है। यह रास्ता जनता के लिए अतिदुखदायी हो चुका है। यह पथ पूरी तरह से टुट चुका है। सड़कों पर जगह-जगह गढ्ढे बने हुए हैं । इस कालीकरण की गिट्टी उखड़ चुकी है, जिससे वाहनों का आवागमन मुश्किल हो रहा है। आये दिन इस सड़क पर रोज छोटी बड़ी सड़क दुर्घटनाएं होती रहती है। और वाहन गढ्ढे में फस जाते हैं.बरसात के समय इस सड़क की हालत और खराब हो जाती है. पिछले एक दशक से इस सड़क का जीर्णोद्धार नहीं हुआ है.
बताते चले कि तत्कालीन विधायक कुमारी मंजू वर्मा ने मेघौल हाईस्कूल चौक से कुम्भी चौवटिया तक इस पथ की मरम्मती विधायक निधि से करवाया था. विगत 22 सितंबर 2020 को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस सड़क के जीर्णोद्धार कार्य का शिलान्यास ऑनलाइन किया था. 22 करोड़ 56 लाख 78 हजार की प्राक्कलित राशि से एस एच 55 के बगल में श्रीदुर्गा प्लस टू विद्यालय मेघौल से कुम्भी, परोड़ा, शेखाटोल होते हुए गढ़पुरा थाना तक 16.3 किलोमीटर की लंबाई में इस पथ का चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य का शिलान्यास किया था.
इस कार्यक्रम में तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, पथ निर्माण विभाग के मंत्री नंदकिशोर यादव, स्थानीय सांसद गिरीराज सिंह, राज्यसभा सदस्य प्रो राकेश कुमार सिन्हा, विधायक कुमारी मंजू वर्मा, बखरी विधायक उपेन्द्र पासवान, विधान पार्षद रजनीश कुमार भी मौजूद थे.इस पथ में कुछ दूरी में गिट्टी बिछाने का कार्य किया गया है, लेकिन रोलर से गिट्टी को चापा नहीं गया है. जिससे लोगों को इस पथों पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है. स्थानीय लोगों ने जगह जगह बने गढ्ढे को अविलंब दुरुस्त करवाये जाने की मांग विभाग अधिकारियों से की है. ताकि लोगों के आवागमन में सहुलियत हो सकें.
कहते हैं विभाग के कनीय अभियंता- इस संदर्भ में ग्रामीण कार्य विभाग के कनीय अभियंता अमिमूल हक ने बताया कि इस पथ के जीर्णोद्धार का काम शुरू हो गया है.सड़क की कुल लंबाई में से तीन किलोमीटर की लंबाई में पीसीसीकरण किया जायेगा.पीसीसीकरण दस इंच ऊंचाई का होगा.पीसीसीकरण कार्य सड़क के बगल में स्थित गांव की सीमा में किया जायेगा.शेष तेरह किलोमीटर में कालीकरण कार्य होगा.उन्होंने बताया कि गांव की सीमा में यह सड़क 18 फीट चौड़ा बनाया जायेगा. जबकि गांव से बाहर इस सड़क की चौड़ाई 12.4 फीट होगी.उन्होंने बताया कि प्राक्कलन के अनुसार सड़क का निर्माण किया जायेगा.पांच वर्षों तक सड़क की देखरेख व मरम्मती की जिम्मेदारी संवेदक की होगी.कनीय अभियंता ने बताया कि पहले यह सड़क आरडब्लूडी के अंतर्गत थी.जो अब पीडब्ल्यूडी को स्थानांतरित कर दिया गया है.