दूसरी बार भी टला मुंगेर गंगा पुल का लोकार्पण, अब भी जारी है काम, जानें- कब होगा उद्घाटन..

डेस्क: करीब 19 वर्षों से मुंगेर पुल पर सफर करने का सपना सजोए क्षेत्रवासियों को अभी और इंतजार करना पड़ेगा, क्योंकि 16 जनवरी को तय लोकार्पण का डेडलाइन फिर से टल गया है, मालूम हो कि 25 दिसंबर 2021 को लोकार्पण की तिथि तय किया गया था, लेकिन कार्य पूरा नहीं होने की वजह से सीएम नीतीश ने उद्घाटन करने से साफ मना कर दिया था, फिर 16 जनवरी 2022 को लोकार्पण की तिथि तय की गई थी, लेकिन इस तिथि को भी उद्घाटन नहीं हो पाया।

आपको बता दें की लगातार दो बार तिथि टलने से क्षेत्रवासियों में आक्रोश है, मालूम हो कि 26 दिसंबर, 2002 को तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने इस पुल का शिलान्यास किया था। जबकि, 2016 में रेल पुल का उद्घाटन हो गया। और ट्रेनें भी चलने लगी, परंतु एप्रोच पथ का उद्घाटन नहीं हो पाया, फिर सड़क सेतु की बाधा दूर करने के लिए करीब 14.5 किमी सड़क का निर्माण किया गया है।

तो इस वजह से उद्घाटन नहीं हो पाया: आपको बता दें कि तय कार्यक्रम के मुताबिक, गंगा नदी पर बने मुंगेर सेतु का लोकार्पण बिहार के सीएम नीतीश कुमार के कमल हाथों होना है, लेकिन विगत दिनों CM नीतीश कुमार कोरोना की चपेट में आ गए, इसी वजह से फिलहाल लोकार्पण कार्यक्रम को टाल दिया गया है, हालांकि अब पुल का लोकार्पण कब होगा। इसको लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी है।

यह काम अभी बाकी है: आपको बता दें कि अभी भी एप्रोच पथ का निर्माण कार्य पूर्ण रूप से पूरा नहीं हो सका है, जानकारी के मुताबिक, एप्रोच पथ के मुंगेर स्थित चंडिका स्थान के समीप अभी भी बाइपास ओवरब्रिज का निर्माण जारी है, जबकि चौखंडी और चुरंबा मस्जिद के पास रिटर्निंग वॉल का कार्य चल रहा है, इसके अलावा भी कई जगहों पर बाइपास ओवरब्रिज का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हुआ है, यहां तक की कई जगहों पर एप्रोच पथ के सड़क से जोड़ने के लिए बालू भराई का काम अभी भी बांकी है।

पुल बन जाने से इन जिलों को सीधा लाभ होगा: आपको बता दें कि मुंगेर पुल का एप्रोच पथ बन जाने से बिहार के कई जिलों की कनेक्टिविटी एक साथ हो जाएगी। खासकर, बेगूसराय-खगड़िया को इसका सीधा लाभ मिलेगा, क्योंकि फिलहाल सड़क मार्ग से मुंगेर जाने में डेढ़ सौ किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है, जबकि पुल बन जाने से यही दूरी घटकर महज 10 से 15 किलोमीटर हो जाएगी। उत्तर बिहार के कई जिलों का जुडाव एक साथ हो जाएगा।

25 दिसंबर को भी लोकार्पण टला था: मालूम हो कि 25 यानी अटल बिहारी वाजपेई के जयंती पर पहले से डेडलाइन दी गई थी कि हर हाल में 25 दिसंबर 2021 को लोकार्पण होगा, परंतु अधूरा कार्य होने की वजह से उद्घाटन की तिथि को टाल दिया गया, फिर अगले तिथि 16 जनवरी 2022 को निर्धारित किया गया था।