न्यूज डेस्क : बेगूसराय में स्वर्ण कारोबारियों और अपराधियों के बीच का आंकड़ा 6 और 5 का रहा है। करीब 12 साल पहले बेगूसराय के मुगेरीगंज मोहल्ले में दो स्वर्ण व्यवसायियों को बदमाशों ने एक साथ हत्या कर दिया था । हालात तब भी नहीं बदले थे और हालात अभी नहीं बदले हैं। बीते कुछ महीनों का क्राइम रिपोर्ट अगर देखा जाए तो आपको इस बात का प्रमाण मिलेगा कि बेगूसराय में स्वर्ण व्यवसायी अपराधियों के सॉफ्ट टारगेट पर रहे हैं।
दरअसल इस मामले की चर्चा इसलिए जरूरी है कि आज से ठीक 12 साल पहले बेगूसराय के दो युवा स्वर्ण व्यवसायियों को गोलियों से छलनी कर उसकी हत्या कर दी गई थी। इस मामले में अपराधियों को सजा भी मिली और वे अभी बेगूसराय जेल में बंद भी हैं। 12 साल बाद भी बेगूसराय के स्वर्ण व्यवसाई महफूज नहीं माने जा सकते हैं। जिस कारण कुछ दिनों पहले मेन रोड में हुए एक स्वर्ण व्यवसायी से लूट कांड के रूप में समझ सकते हैं।
वारदात एक जून 2009 को रात्रि 9 बजे की है जब बेगूसराय शहर के मुंगेरीगंज मुहल्ला स्थित अपने निवास स्थान पर विजय सोनी के स्मृति शेष दोनों पुत्र चंदन कुमार सोनी और कुंदन कुमार सोनी की हत्या कर दी गयी थी। उसकी हत्या होने के बाद शहर में लगातार दो दिनों तक आगजनी के साथ सड़क जाम की घटना होते रहा। उस समय जिले के निवर्तमान एसपी पी कन्नन थे। बताया गया उक्त स्वर्ण व्यवसायी के दोनों पुत्र की हत्या अपराधियों ने जमीनी विवाद को लेकर किया था। इस दोहरे हत्याकांड के बाद काफी दिनों तक शहरवासियों का गुस्सा फूटता रहा था ।
विनय कुमार बेगूसराय के बने थे एसपी तब जिला हुआ था शांत बताते चलें कि इस घटना में मृतक चंदन और कुंदन सोनी दोनों की शादी हो गई थी । चंदन को दो पुत्र आर्यन और आदित्य सोनी तथा कुंदन सोनी को मात्र एक पुत्री अदिति सोनी थी। विजय सोनी बूढ़ा पिता के ऊपर दो विधवा पुत्रवधू ज्योति सोनी और रूबी सोनी के अलावे पत्नी शकुंतला सोनी का का बोझ आ गया । दोनों पति पत्नी का रो-रोकर उस समय हाल काफी बुरा बना हुआ था।
इस पूरी घटना की जानकारी सीएम नीतीश कुमार को जब जिला के व्यवसायी और स्वर्णकार संघ के लोगो ने दिया, तो उन्होंने इस ह्रदय विदारक घटना पर काफी दुख व्यक्त किये थे। सीएम ने एसपी को तुरंत इस घटना में संलिप्त सभी अपराधियों को गिरफ्तारी करने के साथ-साथ पीडित सोनी परिवार के सभी लोगो की जान माल की पूर्ण सुरक्षा प्रदान करने की जिम्मेदारी एसपी को कहा था। यह घटना पूरे बेगूसराय जिला के लोगों को झकझोर कर उस समय रख दिया था। इस दोहरे हत्याकांड के बाद जिला में अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए एसपी विनय कुमार को बेगूसराय जिला में भेजा गया। उनके आने के बाद जिला में बदमाशों के बीच खौफ छाया था जिसके बाद जिला में शांति व्यवस्था बहाल हुआ था।