न्यूज डेस्क : बेगूसराय में एनएच 31 के बगल में स्थापित अग्रसेन मातृ सेवा सदन और पटना के महावीर मंदिर न्यास के बीच हुआ करार अस्पताल के संचालन शुरू होने पहले ही अब खत्म होने की कगार पर पहुंच गया है। सोमवार को निजी कार्य से महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल बेगूसराय पहुंचे । आईओसीएल के गेस्ट हाउस में उन्होंने मीडिया के सामने बेगूसराय से जुड़े कई महत्वपूर्ण बातों की चर्चा की ।
उन्होंने कहा कि कोविड की दूसरे लहर आने से कुछ समय पहले बेगूसराय के कपस्या स्थित अग्रसेन मातृ सेवा सदन को महावीर मंदिर के साथ टैग कर संचालन के लिए एक कमिटी बनाई गई थी । जिसके बाद कुछ ही महीनों में उक्त अस्पताल की कायाकल्प के लिए सकारात्मक पहल शुरू किया गया । आगे उन्होंने बिना नाम लेते हुए कहा कि कुछ महीनों के बाद से स्थानीय ट्रस्टी के द्वारा महावीर मंदिर न्यास की तरफ से लगे कंस्ट्रक्शन कमिटी को काम करने नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लिखित तौर पर महावीर मंदिर न्यास और अग्रसेन सेवा सदन के द्वारा करार हुआ था और संचालन कमिटी बनाई गयी थी ।
इसी परिस्थिति में करीब 70 लाख रुपये की लागत से अबतक कार्य हुए हैं। आमजन के लिए बेहतर मेडिकल सेवा की बहाली से पहले दो करोड़ रुपये का समान खरीदना होगा । अच्छे तरीके से बनाना है। जबकि पिछले छः महीने में कोई भी काम नहीं करने दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अग्रसेन मातृ सेवा सदन के वर्तमान अध्यक्ष के तरफ इस सम्बंध में कोई रोक टोक नहीं है। बावजूद इसके स्थानीय स्तर से कुछेक लोग हैं जो महावीर मंदिर सेवा संस्थान के तरफ से डॉक्टर , इंजीनियर्स और ट्रस्टी जो कोई भी आते हैं , उन्हें भगा दिया जाता है। उन्होंने बताया कि बेगूसराय से मेरा आत्मीय लगाव रहा है।
पहले के कई मुद्दों पर यहां पर कतिपय लोगों के द्वारा झूठी अफवाह फैला कर मेरी किरकिरी करने का प्रयास किया गया । इसी कारण से मैंने मीडिया के समक्ष अग्रसेन मातृ सेवा सदन के संचालन में महावीर मंदिर सेवा संस्थान की वर्तमान भूमिका को स्पष्ट कर दिया । अंततः लिखित तौर पर किये गए करार को लिखित स्तर से ही खत्म किया जा सकता है। वहीं इस पूरे मामले पर अग्रसेन मातृ सेवा सदन के ट्रस्टी सदस्य दिनेश टिबरीबाल ने कहा कि सेवा सदन में मापदण्ड के अनुरूप काम नहीं होने के कारण करार तोड़ा गया है।
दूसरी तरफ देर शाम बेगूसराय शहर के नौलखा मंदिर के अध्यक्ष अमरेंद्र कुमार अमर ने आईओसीएल गेस्ट हाउस में मिलकर आचार्य किशोर कुणाल से नौलखा मंदिर के सामने स्थित महावीर मंदिर के कैम्पस में महावीर कैंसर डिटेक्शन सेंटर खोलने का प्रस्ताव रखा इसपर उन्होने धार्मिक न्यास बोर्ड से एनओसी मिलने के बाद की प्रक्रिया के लिये साकारात्मक अस्वासन दिया है।