ध्वस्त शिक्षा व्यवस्था : बिहार के इस स्कूल में +2 के लिए एक भी शिक्षक ना होने के बावजूद परीक्षा पास कर रहे हैं छात्र

नावकोठी ( बेगुसराय ) : बिहार सरकार के द्वारा प्रदेश भर में शिक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने क बहुत वादे किये जा रहे हैं । लेकिन ये कितना सच है वो जानकारी हम आपको बताते हैं । बेगूसराय जिला के नावकोठी प्रखण्ड क्षेत्र के राजकीयकृत अयोध्या प्रसाद सिंह +2 उच्च विद्यालय नावकोठी की है, जहां पर शिक्षक ना होने की वजह वजह से बच्चो को सही पढ़ाई नहीं मिल पाती है। बताते चले कि पहले इस विद्यालय में में सिर्फ 9 वी व 10 वी तक कि पढ़ाई होती थी।

साल 2017 से +2 की पढ़ायी का भी इसे मान्यता मिल गया। लेकिन अभी तक +2 के एक भी शिक्षक का पदस्थापन नहीं हो पाया है । इस विद्यालय में 9वी व 10वी के कुल 861 बच्चे हैं, वही शिक्षकों कि संख्या सिर्फ 9 ही हैं । जबकि 40 बच्चो पर एक शिक्षक देने की बात है । लेकिन एसा कुछ भी देखने को नहीं मिल रहा है , 861 बच्चो पर सिर्फ 9 शिक्षक ही है । जबकि लगभग 22 शिक्षक की जरूरत इस उच्चविद्यालय को है ।

क्या कहते हैं प्रभारी प्रधानाध्यापक ? यहां के प्रभारी प्रधानाध्यापक गणेश झा से जब बात की गयी तो उन्होंने कहा कि शिक्षक कम रहने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ता है । वही जब उनसे +2 के बच्चो की बात की गयी तो उन्होंने बताये कि 2017-2019 सेशन से इसकी मान्यता दी गयी । लेकिन शिक्षक के अभाव के कारण बच्चे भी कम आते हैं , लेकिन जो भी बच्चे आते हैं उन्हें इन्ही शिक्षको को द्वारा पढ़ायी करवाया जाता है । सोचने वाली बात यह है कि जब इतना सीट गांव के एक उच्च विद्यालय में खाली है तो शायद इस तरह के कई उच्च विद्यालय हो सकते हैं । जिसको लेकर शिक्षा विभाग को इस ओर नजर देने की आवश्यकता है । जिससे शिक्षा के साथ -साथ पढ़े लिखे का बेरोजगारी भी दूर हो सके ।