बेगूसराय में स्ट्रॉबेरी की खेती, अब बिल्कुल कम पैसे में होगा लाखों की कमाई, इस छात्र किसान के हौसले से मुमकिन

डेस्क : जिन लोगों को लगता है कि खेती-किसानी में कुछ नहीं होता, उन्हें बेगूसराय के एकलव्य कौशिक से मिलना चाहिए, 11वीं में पढ़ने वाले इस लड़के ने खेती में एक नया प्रयोग प्लान तैयार कर आज लाखों रुपया का मुनाफा कमा रहा है, दरअसल, एकलव्य ठंडे प्रदेश में होने वाले स्ट्रॉवेरी की खेती अपने जिले बेगूसराय में आधुनिक ढंग से कर मिशाल पेश कर रहा है, कौशिक पिछले साल 750 पौधे 5300 रूपए में खरीद कर लाखों का मुनाफा कमाया, और अब 16 कट्ठा में 10,000 पौधा लगाया है, अब अगली कमाया इसका अंदाजा आप पिछली कमाई से लगा सकते हैं।

आपको बता दें कि जब एकलव्य ने अपने खेत में स्ट्रॉबेरी की खेती शुरू की थी, तब आस-पड़ोस के लोग कहते थे इसका दिमाग खराब है, स्ट्रॉबेरी की खेती उनके इलाके में संभव ही नहीं है, मगर यह एकलव्य का जुनून ही था कि उन्होंने इसे गलत साबित कर दिया, और मौजूदा समय में वो स्ट्रॉबेरी के फलों से अच्छी कमाई कर रहे हैं। बता दे की यह खेती करने के लिए एकलव्य ने तकनीक का सहारा लिया और यूट्यूब की मदद से स्ट्रॉबेरी की खेती से जुड़ी जानकारी एकत्रित की उन्होंने उन लोगों से भी संपर्क किया, जो लंबे समय से स्ट्रॉबेरी की खेती कर मुनाफा कमा रहे हैं, एकलव्य के अनुसार, लोकल बाजार में स्ट्रॉबेरी 80-90 Per Packet तक बिक जाती है। जबकि, बड़े मार्केटो में इसकी कीमत 800/₹Kg तक है। मालूम हो की स्ट्रॉबेरी का पौधा फूल खिलने के एक महीने बाद फल देता है और एक पौधे में 18-20 फल लगते हैं जो कम से कम 4-5 CM के होते हैं।

बेगूसराय जिले के मंझौल की धरती पर पैदा हुए एकलव्य द बेगूसराय को बताते हैं कि “स्ट्रॉबेरी से जुड़ी लंबी रिसर्च के बाद उन्होंने हिमाचल से खास किस्म के 1000 स्ट्रॉबेरी के पेड़ मगाएं, जो कि मूलतः ऑस्ट्रेलियन हैं, इसके बाद उन्होंने अपने खेत की अच्छे से जुताई कराई और पौधे रोप दिए। आगे समय-समय पर नमी को ध्यान में रखकर सिंचाई करते रहे, और अंत में उनकी यह मेहनत रंग लाई।

आगे उन्होंने बताया कि स्ट्रौबरी की खेती के साथ साथ वह कश्मीरी लाल सेब, नागपुर की नारंगी, मौसंबी, इलायची, नाशपाती, काली हल्दी, इसके अलावा सेव के 4 अलग-अलग प्रकार के वैरायटी की खेती कर रहे हैं, इससे भी उन्हें खूब मुनाफा हो रहा है, आपको यह बात जानकर गर्व महसूस होगा, एकलव्य खेती साथ-साथ अपनी पढ़ाई पर भी ध्यान दे रहे हैं, यही वजह है कि उनके परिजनों को उसके इस काम से कोई दिक्कत नहीं है।