बेगूसराय में चीनी राखी का बहिष्कार कर स्वनिर्मित राखी से भाइयों की कलाई सजायेगी बहनें

बेगूसराय : यह राखियां चीन की राखियों को ही नहीं बल्कि उसके ज्यादा दाम बाले राखी को भी टक्कर दे रही है घरों में राखी पारंपरिक व आसानी से मिलने वाले उत्पादों और घरेलू वस्तुओं से तैयार की जा रही है। छात्राएं खुद कला को निखार करते हुए स्वदेशी राखी बना रही है, आत्मनिर्भर भारत का उदाहरण बनी हुई है ये छात्राएं , इस बार सावन के पूर्णिमा को रक्षाबंधन के दिन खुद से बनाई हुई राखी से भाइयों की कलाई सजाने और उसके आजीवन रक्षा की कामना करेगी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मंझौल नगर इकाई की छात्रा कार्यकर्ताओं के द्वारा रक्षाबंधन का पर्व खास बनाने की तैयारी की जा रही है। भाइयों की कलाई पर विदेशी नहीं स्वदेशी राखियां बांधेगी। निर्माण कार्य में लगे आभाविप के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य स्वेत निशा , दिव्यज्ञानी , पल्लवी , प्रियदर्शिनी झा, आदि छात्रा कार्यकर्ताओं ने बताया कि इस बार घरों में चीन निर्मित राखी की नो एंट्री है। स्वदेशी राखियों को घरों और मोहल्लों तक एक संदेश के रूप में पहुंचाना किया गया है।

अभाविप के छात्रा कार्यकर्ताओं के इस पहल पर जिला संयोजक कन्हैया कुमार एवं प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अमृतांशु कुमार ने कहा कि इन सभी छात्राएं बहनों की हाथ से बनी हुई स्वदेशी राखियों की खूब डिमांड हो रही है लोग खुद घर जाकर तथा सोशल मीडिया का प्रयोग करके इनके कलाकार एवं स्वदेशी राखियों का सराहना कर रहे हैं इस तरह की कलाकारों से विदेशी नहीं स्वदेशी राखियों की डोर से रिश्ते भी मजबूत होंगे । इस खास कार्य में आरसीएस कॉलेज मंझौल के छात्र संघ काउंसिल मेंबर दिव्यज्ञानी कुमारी, नगर कार्यकारिणी सदस्य सालनी कुमारी, नगर मंत्री शिवम कुमार, मंझौल नगर अध्यक्ष रविराज सिंह ,आरसीएस कॉलेज मंझौल वर्तमान छात्र संघ उपाध्यक्ष चंदन कुमार, प्रदेश कार्यकारणी सत्यम कुमार छात्र संघ कोषाध्यक्ष आदर्श भारती , महासचिव नीतीश कुमार, छात्रसंघ अध्यक्ष सन्नी कुमार ,पल्लवी कुमारी ,सालनी कुमारी ,नेहा कुमारी, आस्था कुमारी, काजल कुमारी ,रेखा कुमारी, राखी कुमारी ,पूजा कुमारी जुली कुमारी प्रिया कुमारी आदि कार्यकर्ता देख रेख और निर्माण कार्य मे लगे हुए हैं।

इसलिए है इतनी डिमांड छात्राओं ने बताया कि कई सालों से राखी घर में बना रही हूं लेकिन इस बार चीन द्वारा भारत के साथ सीमा पर रात के अंधेरे में धोखे से भारतीय सेना पर हमले के बाद चीनी सामानों का बहिष्कार किया जा रहा है इसी निमित कुछ अलग स्वदेशी राखियां तैयार हो रही है इस मौके पर ने कहा कि स्वदेशी राखी को सोशल मीडिया पर बहुत पसंद किया जा रहा है। विद्यार्थी परिषद को विश्वास है कि अबकी बार छात्रा एवं महिलाएं अपने सैनिक भाइयों की शहादत का बदला लेंगे एवं छात्राएं की मंशा है स्वर्निर्मित स्वदेशी राखी इस बार हम सभी भाइयों की कलाई पर बांधे।