सिमरिया गंगा घाट पर सुरक्षा भगवान भरोसे, माँ से लूटपाट का विरोध करने पर बेटे की गोली मार की हत्या

न्यूज डेस्क : बेगूसराय के सिमरिया गंगा घाट के आसपास के इलाके में अपराधी बेलगाम हो गए । पुलिस अपराधियों के सामने बौना साबित हो रही है। तभी तो सिमरिया गंगा घाट पर रोजाना लूटपाट जैसी घटनायें घटती रहती है। इस क्रम में लूटपाट करने बाले अपराधियों का हौसला इतना बुलंद हो गया है कि जो कोई लूटपाट का विरोध करता है , उसे गोली मार देते हैं। शनिवार को सिमरिया घाट पर गंगा स्नान करने आई महिला से गले का चैन छीन कर अपराधी फरार हो गए। विरोध करने पर महिला के पुत्र को अपराधियों ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया ।मृतक की पहचान पहचान समस्तीपुर जिला के हसनपुर थाना क्षेत्र स्थित मल्हीपुर गांव निवासी गंगा प्रसाद चौधरी के पुत्र रमेश चौधरी के रूप में की गई है। घटना के बाद पहुंची पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम कराके परिजनों को सौंप दिया । घटना शनिवार अलसुबह की है।

नहीं सुरक्षा का कोई भी बंदोबस्त मिथिला और मगध का पावन तीर्थ क्षेत्र सिमरिया गंगा घाट अपराधियों का शरण स्थली बन गया है। यहां आए दिन गंगा स्नान एवं अंतिम संस्कार के लिए आने वाले लोगों के साथ लूटपाट की जाती है और विरोध करने पर गोली मारना साधारण बात हो गई है। बेगूसराय नहीं आसपास के एक दर्जन से अधिक जिले के लोग बड़ी संख्या में गंगा स्नान समेत अन्य कार्यों के लिए आते हैं। सरकार को करोड़ों की राजस्व वसूली होती है, इस साल भी सात करोड़ रुपए में गंगा घाट का ठेका हुआ है। लेकिन सुरक्षा का कोई बंदोबस्त नहीं है।

मृतक के भाई की थी दो दिन बाद शादी घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि आगामी तीन मई को रमेश चौधरी के छोटे भाई रूपेश कुमार की शादी होनी थी। इसी को लेकर शनिवार को सपरिवार अहले सुबह गंगा स्नान करने आए थे। गंगा स्नान के दौरान बदमाशों ने लूटपाट करने शुरू कर दी, परिजनों जेवरात एवं मोबाइल छीनने का प्रयास किया। इसका विरोध करने पर ताबड़तोड़ गोली चला दी, जिससे रमेश चौधरी की मौके पर ही मौत हो गई तथा गोली मारने के बाद अपराधी परिजनों को धमकाते हुए फरार हो गए।उल्लेखनीय है कि बेखौफ अपराधी रोज दिन-रात लूटपाट की घटना को अंजाम देते हैं। सिमरिया घाट के बगल में स्थित बिंद टोली अंतर जिला अपराधियों का सबसे बड़ा अड्डा है। बेगूसराय एवं पटना जिला का सीमावर्ती होने के कारण अपराधी घटनाओं को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं और पुलिस अपनी सीमा क्षेत्र से बाहर रहने की बात कहकर पल्ला झाड़ लेती है। जिसके कारण लोग घटना की सूचना देना भी छोड़ चुके हैं।