नावकोठी (बेगुसराय) : सरकार के द्वारा स्वच्छ भारत बनाने को लेकर कई बार देखने को मिला है कि प्रधानमंत्री खुद सड़क पर झाडू लेकर उतरे , उनको देखते हुए तो लोग भी कई बार स्वच्छ भारत को बनाने के लिए सड़क पर नजर आए. जिसमे कुछ युवा भी नजर आए ,लेकिन यह कुछ ही समय के लिए सिमट कर रहा गया । हम बात करते हैं जिले के नावकोठी प्रखण्ड क्षेत्र के कुछ ग्रामीण क्षेत्रों की जहा पर स्वच्छता का नामोनिशान भी नहीं है। शहरी क्षेत्र नगर-निगम में आने के कारण वहा सफाई कर्मी उपलब्ध है जिससे शहरी क्षेत्र में सफाई नजर आता है।
लोगों के द्वारा नाले का पालोगो के द्वारा नाले के पानी को सड़क पर ही बहाया जाता हैं। इतना ही नही कई लोग तो सड़क तक नाला बनाकर नाले का पानी सड़क पर बहाते हैं । हम बताते चले कि सड़े हुए पानी कई दिनों तक बहता है और एक ही जगह जमने से उससे अजीब तरह बदबू आने लगती है। कीड़े हो जाते हैं, जिससे पैदल लोगो को चलने में काफी परेशानी होती है। प्रसासन अपना ध्यान इस और कियु नही आकृष्ट करती है । हम बताते चले कि यह घटना सर्फ एक ही गांव की नहीं है, यह घटना प्रखण्ड क्षेत्र के भी सभी गांव की नहीं ये घटना पूरे जिले की भी हो सकती है । पत्रकार को चौथे स्तंभ और तीसरा नेत्र माना जाता है , लेकिन यह सिर्फ कागज के पन्ने या फिर बोलने तक ही सीमित रह जाती है , क्योंकि स्थानीय प्रशासन पर खबर का कोई असर ही नही पड़ता है । क्या नाले के सड़े पानी से बीमारी नही फैलेगी ?
क्या नाले का पानी सड़क पर बहाने से लोगो को आने-जाने में परेशानी नही होती है ? बनाया जायेगा सोखता वही जब पंचयात तकनीकी अधिकारी शम्भु कुमार कुमार से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि जिला पदाधिकारी के निर्देशनुसार हर पंचायत सोखता का का प्रबंध किया जाना है ,जिसको लेकर पहले सरकारी चापाकल पर सोखता बनाया जाना है ,वही उसके बाद निजी चापाकल पर भी सोखता बनाया जाना है । उन्होंने कहा कि प्रखण्ड में कई जगह सोख्ता बनाया गया। उन्होंने कहा कि जल संचय करना लोगो के लिए बहुत ही जरूरी है, क्योंकि नावकोठी प्रखण्ड क्षेत्र में जल का स्तर कम है ।