रेल यात्रियों के लिए राहत : 1 जून से चलेंगी रोज़ 200 ट्रेनें, होगी ऑनलाइन बुकिंग

डेस्क : लॉकडाउन से आई मंदी से निपटने के लिए सरकार ने वापस अपनी कमर कस ली है प्रवासी मजदूरों के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गई है राजधानी के रूट पर 15 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें चल पड़ी है। रेल मंत्रालय की तरफ से यह ऐलान करा गया है कि अब 200 नॉन-एसी स्पेशल ट्रेन चलाई जाएंगी।

यात्री ट्रेनों की सेवा मौजूदा 15 ट्रेनों से अगले महीने शुरू होने वाली 200 से ट्रेनों के साथ चलाई जाने वाली है। इस सेवा में गैर-वातानुकूलित ट्रेनें शामिल होंगी, जिन्हें अब तक अनुमति नहीं मिल पाई है। 12 मई से जो 15 ट्रेनें लगातार चल रही हैं,परन्तु वह वातानुकूलित ट्रेनें हैं और यात्रियों को सामाजिक दूरी के नियमों को बनाए रखने के लिए मास्क और सैनिटाइज़र का उपयोग करने की हिदायत दी गई है। मंगलवार रेलवे ने कहा कि श्रमिक विशेष ट्रेनों के अलावा, यह “1 जून से प्रतिदिन 200 अतिरिक्त समय सारिणी ट्रेनें चलाएगा, जो गैर-वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी की ट्रेनें होंगी और इन ट्रेनों की बुकिंग ऑनलाइन उपलब्ध होगी”।

इनके लिए ट्रेनों की जो टिकट बुक करी जाएगी वह ऑनलाइन करी जाएगी साथ ही साथ स्टेशन के काउंटर अभी नहीं खोले जाएंगे रेल मंत्री पीयूष गोयल का कहना है कि हमने इन ट्रेनों का रूट तय कर दिया है और इन रूटों के तय करने के दौरान हमने काफी एतिहाद भरते हैं जिनसे कि प्रवासियों को ज्यादा परेशानी ना हो।रेल मंत्रालय की तरफ से अभी आदेश जारी कर आ गया था कि जो भी पॉलिटिकल पार्टियां इस पर राजनीति कर रही हैं वह कृपया करके ट्रेन और प्रवासी मजदूरों के ऊपर राजनीति ना करें मंत्रालय ने स्पष्ट रूप से कह दिया कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन के संचालन के लिए राज्य की सहमति जरूरी थी जो कि मिल गई।

इसी को लेकर काफी समय से प्रवासी मजदूर, कोरोना वायरस के संक्रमण के डर से पैदल ही अपने घरों को चल पड़े थे जिसमें लाखों मजदूरों की हताहत हो गई वहीं अब इस नई व्यवस्था से उम्मीद करी जा रही है कि इस सफर में मजदूरों को आराम मिले। कुछ जरुरी नियम इस सेवा को बहाल करने के लिए इस प्रकार हैं।

  • ट्रेनों के संचालन को लेकर गृह मंत्रालय एवं रेल मंत्रालय एक साथ बैठकर फैसला लेंगे।
  • मजदूरों की जरूरत के लिए तय करे जाएंगे ट्रेन के रुकने के स्टेशन।
  • अपने गंतव्य राज्य से बहुत ज्यादा दूर उतरने के लिए अब मजबूर नहीं होना पड़ेगा मजदूरों को।
  • अगर कोई भी समस्या खड़ी होती है तो अपने गृह मंत्रालय के अधिकारी से संपर्क साधना होगा।