1490 करोड़ रुपये वापस करेगा रेलवे, टिकट कैंसिल किए बिना ही वापस मिल जाएगा पैसा

डेस्क : भारतीय रेल और आधिकारिक वेबसाइट IRCTC रेल यात्रियों को 1490 करोड़ रूपए वापस करने का विचार कर रहे हैं। यह धन राशि 94 लाख टिकटों के एवज में लौटानी होगी। इन टिकटों को लोकडाउन होने से पहले बुक करा गया था। रेलवे के आला अधिकारियों का कहना है की 830 करोड़ रूपए लौटाना होगा जो टिकटों द्वारा जमा हुआ है। यह टिकट 22 मार्च से 14 अप्रैल के बीच बुक करे गयें हैं। इसीके साथ जो रूपए 14 अप्रैल से 3 मई के जमा हो गयें हैं वह भी रिफंड करने होंगे। इनकी कुल धन राशि 660 करोड़ पहुँच गई है। आपको बता दें की पहले यह लोकडाउन 25 मार्च से 14 अप्रैल तक रखा गया था। पर हाल ही में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप से यह बढ़ाकर अब 3 मई तक कर दिया गया है।

रेलवे का यह कहना है की जिन तारिख पर ट्रेनें कैंसिल कर दी गई हैं उन सब यात्रियों के टिकट का पैसा वापस भेज दिया जायेगा और इसीके साथ सुविधा शुल्क भी नहीं लिया जायेगा। पर इस बात को रेलवे के ग्राहकों ने साफ़ नकारा है और सोशल मीडिया पर कहा है की रेलवे ने कटौती करी है सुविधा शुल्क पर। इस पर रेलवे का कहना है की सारे पैसे खुद का खुद रिफंड हो जायेंगे। जितने भी ग्राहक जिन्होंने मान्य आरक्षण काउंटरों से टिकट बुक कराए हैं वह सारे 31 जुलाई तक रिफंड का दावा कर सकते हैं। यह इस कारण हुआ है क्यूंकि प्रधानमंत्री की घोषणा का पालन अति आवश्यक है।

इस बार रेलवे का सीधा फैसला यह है की अब हम 3 मई तक बिलकुल भी रेल सेवा यात्रा चालु नहीं करेंगे। सरकार के आंकड़ों पर जाएँ तो पूरे देश भर में रोजाना २ करोड़ यात्री सफर करते हैं, पर अब इतने करेंगे तो दिक्कत आ सकती है। यह भी स्पष्ट रूप से बता दिया है की कोई रेल टिकट भी बुक नहीं करा जायेगा और आरक्षण की अनुमति भी नहीं होगी। जबकि ऑनलाइन टिकट रद्द करने की सुविधा जरूर रहेगी।