पुष्पम प्रिया : लंदन में रही तो क्या ? बिहार की राजनीती अच्छे से समझती हूँ

डेस्क : बिहार विधान सभा चुनाव में इस बार अनेको नए चेहरे देखने को मिले हैं ऐसे में एक चेहरा जो काफी सोशल मीडिया पर चर्चित रहता है वह है पुष्पम प्रिय चौधरी। पुष्पम प्रिय चौधरी का कहना है की वह बिहारी है और इसके नाते उनकी बिहार को लेकर ज़िम्मेदारी भी है। मैं अब इतनी सक्षम हूँ की राजनीती में कदम रख सकती हूँ। जब मैंने यह तय कर लिया था की मैं राजनीती करूंगी वह भी बिहार जाकर तो मेरे दोस्तों ने रोका और परिवार ने भी मेरी बात का विरोध किया पर मैं नहीं मानी क्यूंकि मैं समझ चुकी हूँ की मुझे क्या करना है।

मैंने द लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिक्स साइंस से मास्टर ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की डिग्री ली है और इसकी मदद से मैंने एक रिसर्च पेपर भी पब्लिश किया था जो बिहार पर था। मुझे विधायक से लेकर नेताओं के सारे अधिकारों के बारे में जानकारी है। राजनीति का मतलब होता है जनता के लिए काम करना पर यहाँ पे तो लोग राजनीती में आते ही आराम करने के लिए और मुफ्त की रोटियां तोड़ने के लिए हैं। यहां पर चुनाव जीतने तक ही काम होता है लेकिन मेरा मानना है की जीतने के बाद विधायक को अपने सारे वादे पांच साल में पूरे करने चाहिए।