न्यूज़ डेस्क : छठ पूजा बिहार में मनाया जाने वाला सबसे अहम त्योहार है, जो सिर्फ बिहार तक ही नहीं बल्कि एक वैश्विक त्योहार बन गया है। यह त्योहार धीरे धीरे देश के सभी हिस्सों में बड़ी सादगी से मनाये जाने लगा है। विदेशों में भी लोग इस त्योहार को बड़ी धूमधाम से मनाते हैं।
यही कारण है की जो भी छठ पूजा देखते हैं वे इससे प्रभावित हुए बिना नहीं रहते। बिहार के राज्यपाल रहे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी उनमें से एक हैं। बिहार विधानसभा भवन के 100 साल पूरा होने पर आयोजित शताब्दी समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी आए और अपने संबोधन में छठ पूजा का जिक्र किया।उन्होंने उन्होंने कहा, ‘कुछ दिनों बाद हम सभी देशवासी दिवाली और छठ का त्योहार मनाएंगे।
छठ पूजा अब ग्लोबल फेस्टिवल बन चुका है। नवादा से न्यूजर्सी तक और बेगूसराय से बोस्टन तक छठी मइया की पूजा बड़े पैमाने पर की जाती है। यह इस बात का प्रमाण है कि बिहार की संस्कृति से जुड़े उद्यमी लोगों ने विश्व स्तर पर अपना स्थान बनाया है। मुझे विश्वास है कि इसी प्रकार स्थानीय प्रगति के सभी आयामों पर भी बिहार के प्रतिभावान व परिश्रमी लोग सफलता के नए मानदंड स्थापित करेंगे।’
छठ एक ऐसा पर्व है जो दिवाली के छठे दिन मनाया जाता है। इस साल यह त्योहार 8 नवंबर से शुरू होगा।छठ पूजा के दौरान सूर्य देवता और उनकी बहन छठी मइया की पूजा की जाती है। पूजा की शुरुआत नहाय-खाय से की जाती है। वही पूजा के दूसरे दिन खरना मनाया जाता है। इस साल खरना 9 नवंबर को है। इसके बाद खरना के अगले दिन शाम को भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। इस बार छठ पर्व का समापन 11 नवंबर को होगा ।