बेगूसराय : बिहार में साफ सफाई के अलावे मरीजों की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने वाला बेगूसराय के सदर अस्पताल का सोमवार दिन उसके असिलियत बेहतर व्यवस्था की पोल खुल गयी। गढपुरा प्रखंड क्षेत्र के मालीपुर मुसेपुर गाँव की रहने बाली लगभग 35 वर्षीया एक हीना कुमारी नाम की महिला ई रिक्शा पर सवाड़ होकर एक अन्य महिला के साथ प्रसव पीड़ा से कराहती हुई सदर अस्पताल के परिषर में पहुँची थी। वह प्रसव पीड़ा के दर्द से सदर अस्पताल के गेट के बाहर लगभग 15 मिनट तक कराहती रही।
लेकिन सदर अस्पताल के भीतर से एक भी ड्यूटी में तैनात एएनएम उस महिला की सुधी लेने के लिए बाहर नही निकली। अंन्त में हारकर उस महिला ने दर्द से कराहते हुए एक पुत्र को जन्म ई रिक्शा पर ही दे डाली। सदर अस्पताल में इस पूरी घटना को दर्जनो महिलाएं और पुरुष उसे अपनी आँखो से इस पूरी घटना को शुरु से देख रहे थे।
इसी बीच एक मीडियाकर्मी वहाँ पर पहुँचे। मीडियाकर्मी के आने की भनक मिलते ही अस्पताल के अंदर से दौड़कर एक एएनएम बाहर निकलकर आई। उसके बाद उस महिला को उठाकर अस्पताल के अंदर वार्ड में भर्ती कराई। इस खबर की चहुँओर चर्चा होने लगी।इस व्यवस्था को देखकर लोग बोल रहे थे ,कि कितना इस अस्पताल के अंदर काम करने बाले एएनएम और चिकित्सक संवेदनशील हमेशा रहते हैं। आप इस खबर को पढकर पूरा अंदाजा लगा रहे होगें।