न्यूज डेस्क : खेल दिवस के दिन बेगूसराय के तमाम दिग्गज नेताओं व जनप्रतिनिधियों ने खेल दिवस की बधाई तो दे दिए । लेकिन जिले में खेल की दुर्दशा पर उन्होंने एक शब्द भी ना लिखा। बेगूसराय जिला उर्वर भूमि के रूप में जाना जाता है। यहां से हर विधा में एक से एक राष्ट्रीय स्तर के प्रतिभावान व्यक्तियों ने परचम लहराया। परंतु जिले में खेल की जो दुर्दशा है। वह किसी को नहीं दिख रहा है। आखिरकार खेल दिवस के अवसर पर जिले के क्रिकेटरों ने जिले में खेल के मैदान नहीं रहने के कारण जिलाधिकारी कार्यालय के सामने वाली सड़क पर खिलाड़ियों ने सड़क को मैदान बना कर क्रिकेट मैच खेला।
बेगूसराय गांधी स्टेडियम के जीर्णोद्धार और जिले में एक भी मानक स्टेडियम नहीं रहने के कारण खिलाड़ियों ने सड़क पर क्रिकेट खेल कर सरकार से अपील की है। खिलाड़ियों ने बताया कि गांधी स्टेडियम के जीर्णोधार को लेकर लगातार संघर्ष और आंदोलन जारी रहेगा। विदित हो कि 29 अगस्त हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जयंती के अवसर पर खेल दिवस मनाया जाता है। इसी कड़ी में आज बेगूसराय में क्रिकेट खिलाड़ियों ने समाहरणालय स्थित गांधी स्टेडियम के सामने वाले सड़क पर क्रिकेट खेल कर खेल दिवस पर सरकार को एक सांकेतिक संदेश दिया कि उनके लिए बेगूसराय जिले में एक स्टेडियम का निर्माण हो । ताकि वहा पर अभ्यास कर आगे का भविष्य बना सके।
ज्ञात हो कि बेगूसराय का एकमात्र स्टेडियम गांधी स्टेडियम है जहां मैदान मे पूरी तरह से गंदगी का अंबार लगा हुआ है। जगह-जगह गड्ढे हैं गैलरी टूटी पड़ी है। मंच की स्थिति जर्जर है, जो कि एक बड़े हादसे को बुलावा दे रहा है यहां तक कि मैदान खेलने लायक नहीं है। ऐसे में बच्चे कहा खेलेंगे और कैसे अपने जिले और राज्य का नाम रोशन करेंगे। पिछले कई सालों से बेगूसराय के खिलाड़ी हर एक विधा में जिले का मान और सम्मान बढ़ाते हुए आ रहे हैं। पिछले सप्ताह बेगूसराय से तीन क्रिकेट खिलाड़ियों का सलेक्शन बिहार क्रिकेट टीम के कोचिंग कैंप के लिए चयन हुआ है । ऐसे में खिलाड़ी अभ्यास करें तो कहां करें? उक्त बातें बेगूसराय जिला खेल संघ के सचिव मृत्युंजय कुमार वीरेश ने कही।
खेल दिवस के अवसर पर मृत्युंजय कुमार वीरेश ने कहा कि यहां के खिलाड़ी लगातार स्टेडियम को लेकर के संघर्ष कर रहे हैं कई सालों से बेगूसराय के क्रिकेट खिलाड़ी का चयन बीसीसीआई के सभी प्रारूप में हो रहे हैं लेकिन यहां के खिलाड़ी उस तरह का प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं जिस तरह के प्रदर्शन की उन्हें जरूरत है क्योंकि अभ्यास के लिए यहां मैदान ठीक नहीं है। ऐसे में खिलाड़ी कैसे अपना भविष्य उज्जवल कर सकेंगे। बेगूसराय जिला क्रिकेट एसोसिएशन के मीडिया प्रभारी विवेक कुमार ने कहा की यहां पर ना सिर्फ खिलाड़ीयो को असुविधा झेलना पड़ रहा है। बल्कि प्रत्येक सुबह यहां हजारों छात्र-छात्राएं विभिन्न भर्तियों के लिए तैयारी करने आते हैं ।
दौड़ने के क्रम में कभी किसी के पांव में शीशे से घायल हो जाते हैं। उन्होंने जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा की यहां मैदान बना भी दिया जाता है, तो असामाजिक तत्वों के द्वारा उन्हें नष्ट कर दिया जाता है । बेगूसराय जिला क्रिकेट के जूनियर क्रिकेटर आदित्य कुमार ने कहा कि मैं बिहार टीम के लिए खेल चुका हूं, मेरे तुलना में और जिले के खिलाड़ी ज्यादा तकनीक वाले थे। क्योंकि उन्होंने हर एक प्रकार के विकेट पर प्रैक्टिस किया था। लेकिन हमारे जिले में एक भी मैदान नहीं है। जहां हम लोग अभ्यास कर सकें । वहीं जूनियर क्रिकेटर मानस त्रिपाठी ने कहा वह एक तेज गेंदबाज हैं और उन्हें गेंदबाजी करने के लिए अलग-अलग पीच की आवश्यकता पड़ती है। जो कि हमारे जिले में नहीं है और वह इस काबिल नहीं है कि पैसे देकर के वह किसी एकेडमी में जाएं और अभ्यास करें।। इस अवसर पर बेगूसराय जिले क्रिकेट के तमाम खिलाड़ी शोभित पासवान निराला कुमार सुमित कुमार रणवीर कुमार रंजन कुमार शुभम कुमार मनीष कुमार सुजीत कुमार रमेश कुमार शंकर कुमार सुधीर कुमार पप्पू कुमार मुकेश कुमार मौजूद थे इस अवसर पर सभी खिलाड़ियों में हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद जी को अपना श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
बड़ा सवाल फरिश्ता का है इंतजार जिस प्रकार से क्रिकेट खिलाड़ियों ने डीएम ऑफिस के सामने बीच सड़क पर क्रिकेट खेलकर अनोखा विरोध प्रदर्शन जताया है। वह यह चीज बताने के लिए काफी है कि जिले के उन तमाम तथाकथित कर्णधारों की संवेदनाएं मृत हो चुकी है, जो युवाओं की बात करते हैं जो खेल को बढ़ावा देने की बात करते हैं जो नीरज चोपड़ा के स्वर्ण पदक जीतने पर उनको बधाई देते हैं । यह तमाम चीजें महज छलावा प्रतीत हो रहा है। ऐसे में बड़ा प्रश्न यह उठ रहा है कि बेगूसराय में वह कौन फरिश्ता आएंगे जो जिले के युवाओं के लिए जिले के खिलाड़ियों के लिए जिले के बेहतरी के लिए एक कदम आगे बढ़ाएंगे।