न्यूज डेस्क : बेगुसराय जिले के एक प्राथमिक स्वस्थ्य केन्द्र बखरी की लापरवाही से आज एक प्रसूति की जान बाल बाल बची है.वो भला हो गांव के उस पढ़े लिखें युवक की.जिसने ऐन वक्त पर बखरी पीएससी की गलती पकड़ महिला को मौत के मुंह में जाने से बचा लिया.उसने तत्क्षण प्रसूति महिला को बताया कि आपके जो यह सूई बखरी पीएससी से मिली है वो एक्सपायर हो चुकी है.अगर इसे आप लेते हैं तो आपकी जान भी जा सकती है.
तब महिला व उसके परिजन हरकत में आये. तब जाकर पूरा मामला पटाक्षेप हुआ.उक्त मामला बखरी प्रखण्ड के ग्राम पंचायत राज सलौना के वार्ड नंबर 6 निवासी मो नमाज सरीफ की पत्नी सोफिना खातून का होना बताया जा रहा है.जो अपने ससुराल से बीते 11.06.2021 बीते शुक्रवार को प्रशस्व के लिए सलौना से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बखरी गयी, जहाँ सोफिना ने नार्मल डिलीवरी से एक बेटे को जन्म दी।
डिलीवरी के बाद जब सोफिना घर के लिए चली तो आगे इलाज जारी रखने के लिए सोफिना को बखरी पीएससी के स्वास्थ्य कर्मी 4 सूई देता है। जिसे लेकर सोफिना अपने मायके घाघड़ा सिमरी चली आयी। डाक्टर के निर्देशानुसार जब आज सुई लेने के लिए दवाई निकाली तो वहां बैठे ग्रामीण में से एक पढ़े लिखे युवक ने दवाई देखा तो दवाई का डेट एक्सपायर था। उसके बाद उसने ग्रामीणों के सामने ही प्रसूति महिला को ये सूई लेने से मना कर दिया और कहा कि अनजान में कोई डॉक्टर अगर यह सुई दे देते तो जान का खतरा हो सकता है साथ ही जान भी जा सकती है।
इस तरह की लापरवाही करने से कहीं न कहीं बखरी स्वास्थ्य केंद्र मरीजों के जान से खेलवाड़ कर रही है, जो भविष्य में एक बड़ी घटना को भी मूर्त रूप दे सकता है। इस संदर्भ में बखरी पीएससी से संपर्क साधने पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा एम पी चौधरी ने कहा कि मामला बेहद संगीन है, जो मेरे संज्ञान में आया है। जांच की जा रही है, स्टाक से मिलान किया जा रहा है। जांचोपरात अगर मामला सही पाया जाता है तो दोषी स्वास्थ्य कर्मी के विरुद्ध कार्रवाई के लिए वरीय पदाधिकारी को लिखा जायेगा।