अभिभावकों को बच्चों पढ़ाने में सहयोग करने की जरूरत-सूचना व जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार

बखरी बेगूसराय : गुरु शिष्य परंपरा का साक्षी मध्य विद्यालय बखरी में सौवें स्थापना दिवस पर शताब्दी समारोह का आयोजन होना अपने पूर्वजों का सम्मान है जो हमारे पूर्वजों के संस्कार का प्रकटीकरण है। उक्त बातें मध्य विद्यालय बखरी के शताब्दी समारोह के अंतिम दिन मुख्य अतिथि बिहार सरकार के सूचना व जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने कही है। अपने संबोधन में विद्यालय को अनुभूतियों का पर्याय कहा जो सौ वर्षों के शिक्षण जीवन का प्रेरणा है।

शिक्षा पर चर्चा करते हुए बिहार सरकार द्वारा शिक्षा के बजट पर अधिक खर्च करने के बाद भी शैक्षणिक माहौल चुनौती मना है। गाँव गाँव शिक्षा को पहुंचाया है। सिर्फ बेगूसराय 70532 पिछड़े बच्चों को छात्रवृत्ति दिया गया है। करोड़ों रूपये की छात्रवृत्ति पढने के लिए दी जाती है ताकि शिक्षित बिहार का निर्माण हो सके। अभिभावकों को बच्चों पढ़ाने सहयोग करने की जरूरत है क्योंकि अब जेवर बेचने के लिए जरूरत नहीं, सरकार उच्च शिक्षा के लिए पैसा दे रही है।

पढ़ने के लिए जमीन बेचना, सूद लेना पुरानी बात हो गयी है। बिहार सरकार योजना चला रहा है जिसमें 19570000 खर्च हो रहा है। बेगूसराय के लोगो ने अधिक लाभ उठाया है, जिसके लिए बेगूसराय जिला के निवासी धन्यवाद के पात्र हैं।

संसाधन का रोना नहीं रोना है, सिस्टम से आइये सुविधा मिलेगी। शिक्षा के विकास के लिए बिहार सरकार तत्पर ताकि समाज के अंदर मिल्लत का माहौल पैदा हो। पढ़ने पढ़ाने में समय लगता है विश्वास रखे सफलता मिलेगी। नयी पीढ़ी को चुनौती स्वीकार कर शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़े और सकारात्मक सोच के साथ विकास में भागीदारी बनिये। न्यायालय के रोक के कारण शिक्षक बहाली रुकी थी जो अब शुरू हो रही है।

नियोजित शिक्षकों का जो मामला है उन्हें भी सम्मान बिहार सरकार देगी। मैं प्रयास करूँगा की एक वकील तरह सरकार से बखरी व यहाँ के शिक्षा का पक्ष सरकार के समक्ष रखेगे तथा यहाँ के विकास को आगे ले जायेंगे। विद्यालय प्रबंधन प्रतिभाओं को सम्मानित करे तथा संविधान की प्रस्तावना बच्चों को पढ़ाये। शताब्दी समारोह के लिए सरकार से विशेष अनुदान दिलवाने के लिए सरकार से बात करेंगे। विद्यालय में बच्चों के लिए चापाकल व शौचालय की व्यवस्था की गयी है।

स्नातक निकाय के विधान पार्षद दिलीप कुमार चौधरी ने डिग्री काॅलेज पर चर्चा करते हुए लोगों से जमीन लोगों को देनी की मांग की क्योंकि यह सरकार के बस में नहीं है। प्लस टू की पढ़ाई के लिए कोड आवंटित है, अगले सत्र में पढाई होगी। जल जीवन हरियाली व पर्यावरण संरक्षण के लिए पेड़ पौधे लगाने की अपील की तथा विद्यालय में 100 जोड़ा बेंच डेस्क देने की घोषणा की।

कार्यक्रमी के अध्यक्ष बखरी के विधायक उपेन्द्र पासवान ने मंत्री के समक्ष डिग्री काॅलेज व इंटर की पढ़ाई का मुद्दा उठाया तथा अनुमंडल के 25 वर्ष के बाद भी विकास से पिछड़ा बखरी अनुमंडल में न्यायालय, अनुमंडल स्तरीय अस्पताल, नगर पंचायत है मगर प्लस टू विद्यालय नहीं होने की बात कर पहल करने की मांग की। उन्होंने मध्य विद्यालय बखरी में शताब्दी द्वार निर्माण की घोषणा भी की।

भुमि दाता के बंसज दिलीप कुमार सिंह को सम्मानित करने साथ ही विद्यालय के पूर्ववर्ती छात्र चतुरानन्द ठाकुर, विष्णुदेव मालाकार, दिग्विजय प्रसाद सिंह, वनारसी साहु, नन्दलाल पंडित, विशेश्वर साह, सुजीव कुमार संयाल, अनुरूध केसरी, कैलास जालान , मुकेश केसरी, शैलेस महाजन, सम्पूर्णानन्द , मनोरंजन वर्मा, शिव सहनी ,मुकेश राय, प्रो रविन्द्र राकेश, विश्वनाथ केशरी को सम्मानित किया गया।

समारोह में बच्चों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया, प्रीति कुमारी, कोमल कुमारी, कुन्दन कुमार आदि ने भाग लिया

कार्यक्रम का संचालन अमरनाथ पाठक के द्वारा किया गया तथा स्वागत भाषण पार्षद व विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष नीरज नवीन ने किया, धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुरेन्द्र पासवान ने किया। अंत में शिक्षा समिति के सचिव द्वारा पांच वृक्षों का वृक्षारोपण किया गया।

कार्यक्रम में एसडीपीो ओम प्रकाश, प्राशासनिक पदाधिकारी अमरनाथ केसरी, बीएड कॉलेज के राधा कृष्ण सिंह, छपरा विश्वविद्यालय के इतिहास प्रोफेसर विधान चन्द्र भारती, मनोज कुमार को बुके, मोमेनटो तथा चादर देकर सम्मानित किया गया है। मौके पर पुर्व मुख्य पार्षद सरिता साहू, मनोरंजन वर्मा, विष्णुदेव मालाकार,मनोहर केसरी, केदार केसरी, आनन्द चन्द्र झा, प्रेम किशन केसरी, प्रेम कुमार साहु, दशरथ राय, महादेव केसरी, संतोष साह, जयजय यादव,सुभाष सिंह, विश्वनाथ यादव, बबन पासवान, एचएम सुरेन्द्र कुमार, कृष्णा पोद्दार, सुमन सिंह आदि उपस्थित थे।