रेफ़रल अस्पताल मंझौल में नहीं शुरू हुआ ओपीडी, जनता हो रही हलकान

मंझौल : देशव्यापी लोकडॉवन के दूसरे चरण आते आते अनुमंडल मुख्यालय मंझौल की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। बिहार सरकार के घोषणा के बावजूद संसाधन के अभाव में सोमवार को रेफरल अस्पताल मंझौल में सन्नाटा पसरा रहा।

जहां ओपीडी सेवा बन्द रहने से आम जनता को इलाज सम्बधी परेशानियों का सामना करना पर रहा है। रेफ़रल अस्पताल के प्रभारी डॉ अनिल प्रसाद ने बताया कि सरकारी एडवाइजरी में सदर अस्पताल और अनुमंडलीय अस्पताल में ओपीडी सेवा शुरू होने की बात हुई है, जिसमें कई प्रकार के शर्त भी हैं जैसे रोज सेनेटाइजेशन करवाना , सामाजिक दूरी का पालन करवाना उक्त प्रकार व्यवस्था मुख्य है। जिसके अभाव में यहां अभी ओपीडी शुरू नहीं किया जा सका है। जानकारी के अनुसार अनुमंडल मुख्यालय में लगभग एक लाख से भी ज्यादा की आबादी ओपीडी सेवा रेफरल अस्पताल पर ही टिकी हुई रहती है। चूँकि ये आज के समय इसलिये भी महत्वपूर्ण हो जाते हैं क्योंकि लोकडॉवन में ज्यादातर निजी क्लिनिक भी बन्द हैं।

बाजार स्थित लगभग 10 साल से निर्माणाधीन अनुमंडलीय अस्पताल के विशालकाय भवन का तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री बिहार सरकार के द्वारा शिलान्यास होने के बावजूद नहीं बन पाना इस समस्या की मूल जर है।