बंगाल के ‘एक रुपए का डॉक्टर’ ने अपना पद्मश्री किया मरीजों के नाम समर्पित

नई दिल्ली : डॉक्टरों को भगवान् का रूप कहा जाता है , और बात आज से नहीं पौराणिक काल से ही यह बात चली आयी है की वैद्य भगवान् सामान है। आखिर प्राण बचाने का जिम्मा उनके ही ऊपर आता है ऐसे में बंगाल के रहने वाले डॉ. बनर्जी भी उन शख्सियतों में से एक है जो मरीजों की मदद क्र जान बचाते है। इस बार इनको पदमश्री पुरस्कार से नवाजा जायेगा। पर इनमे जो ख़ास बात है वह अब आपको पता चलेगी। यह मरीजों का इलाज मात्र 1 रूपए में कर देते है। बंगाल के बोलपुर में उनको हर कोई इनको ‘एक टका वाले डॉक्टर’ के नाम से बुलाता है क्यूंकि वह गरीब मरीजों का एक रूपए में इलाज करते है। इनका पूरा नाम डॉ सुशोवन बनर्जी है और पिछले 57 वर्षो से वह इस सेवा में लगे हुयें है। उनको इस बार जब पदमश्री के लिए चुना गया तो उन्होंने कहा की यह पुरस्कार में उन लोगो को समर्पित करता हूँ जो मेरे को यहां तक लाएं है , जिनमे अनेको मरीज है।

पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के बोलपुर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व कांग्रेस एवं विधायक ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने फोन कर के उनको बधाई दी, इनके साथ उनके काफी अच्छे सम्भन्ध भी है। डॉक्टर बनर्जी का कहना है की ‘श्री मुखर्जी मुझे अपना छोटा भाई मानते हैं। उन्होंने शनिवार की शाम को मुझे फोन कर बधाई भी दी.’ पूर्व विधायक ने कहा कि उन्हें यह जानकार आश्चर्य हुआ कि वह इस साल उनका नाम पदमश्री पुरस्कारों की सूची में हैं जिसमे पहले से 4 लोगो का नाम दर्ज है। डॉक्टर बनर्जी के अलावा पद्मश्री के लिए पश्चिम बंगाल के 3 अन्य डॉ. अरूणोदय मंडल (मेडिसीन), काजी मासूम अख्तर (साहित्य एवं शिक्षा) और मणिलाल नाग (कला) को भी चुना गया है।