नई दिल्ली. झटका देने की आप पूरी है तैयारी 5 से 10 गुना मोबाइल इंटरनेट के दाम बढ़ सकते हैं, NITI आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने मोबाइल डाटा (मोबाइल इंटरनेट) और कॉल के लिए न्यूनतम मूल्य तय करने का समर्थन किया है. अमिताभ कांत ने कहा है कि कर्ज में डूबे टेलीकॉम सेक्टर के लिए और कोई विकल्प नहीं बचा है. अभी में टेलीकॉम कंपनियां कॉल और डाटा की कीमत तय करने के लिए बिल्कुल भी आजाद है. लेकिन प्रतिस्पर्धा की वजह से इन कंपनियों ने रेगुलेरिटी अर्थारिटी को हस्तक्षेप करने को कहा है।
वर्तमान समय में देश में मोबाइल यूजर 4G डाटा को 3.5 रुपए प्रति जीबी के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं अब टेलीकॉम कंपनियां इस न्यूनतम डेट को बढ़ाने की मांग कर रही है। अगर टेलीकॉम कंपनियों की बात माने तो मोबाइल इंटरनेट के दाम 5 से 10 गुना बढ़ जाएंगे, जिससे इंटरनेट यूजर्स को झटका लग सकता है। कर्ज में डूबी है वोडाफोन -आइडिया ने डाटा का न्यूनतम मूल्य को 35रुपये प्रति जीबी करने का प्रस्ताव दिया है
वहीं एयरटेल ने इस मूल्य को 30रुपये प्रति जीबी और रिलायंस जियो ने इसे 20रुपये प्रति जीबी करने की मांग की है, फिलहाल वोडाफोन आइडिया और एयरटेल का डाटा का मौजूदा दर 4रुपये प्रति जीबी और रिलायंस जिओ का मौजूदा दर 3.90 रुपए प्रति जीबी है. टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया इस मामले में फिलहाल सभी पक्षों से बातचीत कर रही है. हालांकि कंपटीशन कमीशन ऑफ इंडिया सीसीआई ने न्यूनतम मूल्य तय करने को एक पीछे जाने वाला कदम बताया है.सीसीआई का कहना है ऐसा करने से बाजार पर बुरा असर पड़ेगा।