बेगूसराय : अब ठेकेदार अपने खर्च पर दोबारा बनाएगा पुल, जानें – किसे ठहराया जिम्मेदार..

डेस्क : बीते कई दिनों से सोशल वीडियो एक टूटे हुए पुल की तस्वीर काफी वायरल हो रही है। यह पुल बेगूसराय के साहेबपुर कमाल प्रखंड में बूढ़ी गंडक नदी पर निर्माण किया गया है, जो बदतर गुणवत्ता के चलते क्षतिग्रस्त हो गया। इस पुल को 13 करोड़ से अधिक रुपए की लागत से तैयार किया गया। लेकिन पुल भ्रष्टाचार की भेंट चल गया। इसको लेकर जांच टीम बैठाई गई। उच्च स्तरीय अधिकारियों की समूह ने कहा कि खराब गुणवत्ता के चलते पुल क्षतिग्रस्त हुआ है। इसके लिए मां भगवती कंस्ट्रक्शन के संवेदक अंजनी सिंह और इससे जुड़े कुल 10 इंजीनियरों को जिम्मेदार ठहराया है। बताया जा रहा है कि टीम की ओर से ठेकेदारों को अपने खर्च पर पुनः पुल का निर्माण कराने को कहा गया है।

बता दें कि पुल निर्माण कार्य संवेदक मां भगवती कंस्ट्रक्शन को दी गई थी। पुल का कार्य कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण निर्माण विभाग, संभाग, बलिया द्वारा किया गया था। निरीक्षण रिपोर्ट में कहा गया है कि स्पान पी-1 और पी-2 अपने सेल्फ लोड के कारण क्षतिग्रस्त हो गए हैं। टीम ने कार्यालय के रिकॉर्ड का हवाला देते हुए कहा कि ठेकेदार खराब काम को तोड़कर अपने पैसे से दोबारा बनवाएगा।

बता दें कि बेगूसराय जिले के साहेबपुर कमाल प्रखंड में बूढ़ी गंडक नदी पर करीब 13 करोड़ की लागत से बना अहोक घाट पुल रविवार सुबह करीब नौ बजे उद्घाटन से पहले ही ढह गया। पुल का बीच का बड़ा हिस्सा टूट कर नदी में समा गया। इससे करीब 40 हजार की आबादी प्रभावित हुई है। यह पुल साहेबपुर कमाल प्रखंड के रहुआ, सादपुर और चौकी पंचायतों के अहोक कृति टोल को विष्णुपुर आहोक पंचायत से जोड़ता है।