अब तकनीक के जरिए 24 घंटे से अधिक समय तक सहेज कर रखे जा सकेंगे मानव हृदय

नई दिल्ली : चिकित्सक वैगानिको और डॉक्टरों ने नई तकनीक के जरिये एक ऐसा आविष्कार करा है जिससे काफी लोगो को फायदा हो सकता है। इस नई तकनीक के मुताबिक़ किसी भी मृत व्यक्ति के दिल को 24 घंटे के बाद भी सहेज कर रखा जा सकता है। इससे होगा यह की जो दिल है वह किसी जरूरतमंद को मिल जायेगा और उसकी जान बच जाएगी। इससे पहले यह आविष्कार सूअरों पर करा था, जो की कामयाब साबित हुआ था। इसके बाद इस विषय पर और ज्यादा शोध करने के बाद पता चला की यह तकनीक इंसानो पर भी आजमाई जा सकती है। मरीज को 24 घंटो के अंदर ह्रदय की जरूरत होगी तो डॉक्टर किसी और मरे हुए व्यक्ति का दिल लेकर जरूरत मंद मरीज में स्थापित करेंगे।

समस्या यह है की डॉक्टर समय रहते यह सारा कार्य 24 घंटे के अंदर कर पाएं तभी सफल होंगे अगर ऐसे में देर हो जाये तो जान का ख़तरा बन जाता है, वैज्ञानिकों की टीम अब इस पर काम कर रही है की समय को कैसे बचाया जाए। कभी कभी मरीजों का ह्रदय काम करना बंद कर देता है यह धड़कना बंद हो जाता है पर कुछ कृत्रिम वस्तुओं की वजह से यह दोबारा असर दिखाना चालु कर देता है। इसको कृत्रिम ह्रदय कहा जाता है। इसकी मदद से मरीज अपने जीवन को थोड़ा और जी पाएंगे।