तेघड़ा नगर निकाय के मुख्य पार्षद और उप मुख्य पार्षद पर लगाया गया अविश्वास प्रस्ताव

तेघड़ा/बेगूसराय (अनंत कुमार) : लोकतंत्र में जनता का, जनता के लिए, और जनता के द्वारा चुने गए शासन व्यवस्था को स्वर्णिम स्थान दिया गया। इसके द्वारा जो प्रतिनिधि चुनकर आते हैं ,उन्हें भी लोकतंत्र के सभी मानकों का उचित अधिकार प्राप्त है । जिसके कारण तेघड़ा नगर पंचायत में वर्तमान मुख्य पार्षद आसमा खातून एवं उप मुख्य पार्षद सुरेश रोशन के विरोध 15 वार्ड सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव पत्र कार्यपालक पदाधिकारी तेघड़ा रमन कुमार के सामने पेश किया है।

वर्तमान जो लोकतांत्रिक व्यवस्था से निर्वाचित मुख्य पार्षद और उप मुख्य पार्षद के दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं, उन्हें भंग /स्थगित करने की मांग किया है । हालांकि इस अनुशंसा पत्र को कार्यपालक पदाधिकारी ने स्वीकार कर लिया तथा अविश्वास प्रस्ताव लगाने वाले सभी वार्ड सदस्यों को या आश्वासन दिया है कि जल्द ही इस आवेदन पत्र पर कार्यवाही की जाएगी । इसके बाद फिर से सभी सदस्यों को बुला कर एक बार बहुमत हासिल की परेड कराई जाएगी ,यदि वर्तमान अध्यक्ष विश्वास मत प्राप्त करने में सफल हुए तो फिर वैधानिक प्रक्रिया के द्वारा उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी अन्यथा निर्वाचन की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।

दूसरी तरफ वर्तमान मुख्य पार्षद आसमा खातून का कहना है कि मेरे साथ राजनीतिक कारणवश अविश्वास प्रस्ताव लगाया गया है ।सशक्त कमेटी के द्वारा कई सारे ऐसे निर्णय पूर्व में लिए गए जिसके बारे में जब भी मैं चर्चा करती हूं ,तो मुझे पद से हटाने की धमकी दी जाती है, हालांकि मैं वर्तमान में अध्यक्ष हूं और आगे भी अपने सभी समर्थकों का सहयोग रहेगा तो मैं अध्यक्ष पद पर बनी रहूंगी। इस अविश्वास प्रस्ताव पत्र लगाते समय कार्यालय में पूर्व मुख्य पार्षद नसीमा खातून ,भूषण सिंह, अशोक सिंह, रागिनी देवी सहित दर्जनों कार्यकर्ता एवं वार्ड पार्षद मौजूद थे।