नौ वर्षीय बच्ची रख रही है रोजा, बोली – अम्मी कहती है कि रमजान नेकियों का महीना है

न्यूज डेस्क : नेकियों और इबादत का पाक महिना है रमजान।इसमें दान करने से अल्लाह बंदे को नेक और सलामती की दुआएं देते हैं।यह कहना है प्रखंड क्षेत्र के नारायणपीपड़ पंचायत के बड़ी जाना गाँव निवासी डाँ शमसे आलम की नौ वर्षीय पुत्री उम्मी हबीबा का।जो माहे रमजान में रोजा रख रही हैं।अम्मी कहती हैं कि रमजान के महीने को नेकियों यानि सद्कार्यों का महीना भी कहा जाता है।इसीलिये इसे मौसम-ए-बहार बुलाते हैं।

छोटी सी उम्मी हबीबा का मानना है कि इस महीने में वे खुदा को खुश करने और उनकी नजरे बंदे पर पाने के लिये के लिये कुरआन का पाठ और दान धर्म करते हैं।रमजान के पूरे महीने रोज़े रखना अत्‍यंत ही अच्छा माना जाता है।उम्मी कहती है कि रोजों के दौरान रात में तरावीह की नमाज पढना और क़ुरान तिलावत यानि पाठ करना अच्‍छा होता है।उम्मी के मुताबिक एतेकाफ़ पर बैठना यानी अपने आस पड़ोस और प्रियजनों के उत्‍थान एवं कल्याण के लिये अल्लाह से दुआ करते हुये मौन होकर इबादत करना भी इसकी खासियत है।