डेस्क : किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक विजय माल्या के भारत आने की खबर बुधवार को छाई रही। हर जगह यही खबर रही कि विजय माल्या किसी भी वक्त भारत आ सकता हैं। यहां तक कि एक टीवी चैनल ने दावा भी कर दिया कि विजय माल्या भारत आने के लिए विमान में बैठ भी गया है। लेकिन, लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग के एक अधिकारी ने इसका साफ खंडन करते हुए कहा है कि ऐसी खबर में कोई सच्चाई नहीं है और ना ही ऐसा कोई संभावना है। साथ ही उन्होंने कहा कि अभी उसके प्रत्यर्पण की कोई गुंजाइश ही नहीं है।
विजय माल्या के भारत नही आने कि क्या है वजह
दरअसल, गृह सचिव प्रीति पटेल द्वारा कानूनी कारणों की से प्रत्यर्पण पर हस्ताक्षर न करना एक वजह हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि अटकलें हैं कि वह शरण के लिए आवेदन कर सकता है और ब्रिटेन की अदालत में अभी उसके खिलाफ कुछ मामले लंबित भी पड़े हैं। शराब कारोबारी, किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक विजय माल्या पर देश के 17 बैंकों का 9 हजार करोड़ रुपए बकाया है यही वजह रही कि वह 2016 में भारत छोड़कर ब्रिटेन भाग गया था, भारतीय एजेंसी ब्रिटेन की अदालत से माल्या के प्रत्यर्पण की अपील की और लंबी लड़ाई के बाद वहां की अदालत में 14 मई को माल्या के भारत प्रत्यर्पण की अपील पर मुहर लगा दी थी।
बता दें कि देश के 17 बैंकों का नौ हजार करोड़ रूपए बकाया छोड़कर 2016 में ही वह भारत से भागकर ब्रिटेन जा चुका था और अभी तक वह 2016 से ब्रिटेन में ही रह रहा है। उसने करीब 17 बैंकों को धोखा देकर कर्ज लिया था, माल्या के कर्ज का एक हिस्सा विदेश में कंपनियों के खाते में ट्रांसफर कर दिया गया है। आपको बता दें ऐसी अटकलें लग रही थी कि कारोबारी माल्या सीबीआई और ईडी के साथ आएगा। क्योंकि कानूनी प्रत्यर्पण की प्रक्रिया खत्म हो गई है इसलिए उसे अदालत में पेश करने के बाद मुंबई की ऑर्थर रोड जेल में रखा जाएगा।