नवादा के साइबर ठग को खोदबन्दपुर पुलिस ने किया गिरफ्तार, CSP देने के नाम पर ऐंठता था पैसा

खोदबन्दपुर अभिषेक सिन्हा : आधुनिकीकरण के इस दौर में अब ठगी भी आधुनिक तरीके से की जाती है। लेकिन चोर कितना भी शातिर क्यों ना हो पुलिस आखिरकार उसे ढूंढ ही निकालती है। ऐसा ही एक मामला जिले के खोदबन्दपुर थाने से निकलकर आयी जहां अंतरराज्य साइबर अपराधी सरगना नवादा जिला के विरशलीगंज थाना अंतर्गत चकवा निवासी सरयुग प्रसाद का पुत्र मोनु कुमार एवं उसका साथी नवादा जिला के ही अक़बरपुर थाना के भैरव गांव निवासी गंगा प्रसाद के पुत्र प्रिंस कुमार को गुप्त सूचना के आधार पर स्थनीय पुलिस की मदद से खोदावंदपुर पुलिस ने उसके घर से गिरफ्तार किया।

बेरोजगार युवक युवतियों से ठगी करता था गिरोह इसकी जानकारी देते हुए थानाध्ययक्ष ने बताया कि मोनु सीएसपी मित्रा कंपनी जो ग्राहक सेवा केंद्र चलाने अनुमति देता है उस के नाम पर तथा विभिन्न सरकारी सेवा में नौकरी देने के नाम पर बेरोजगार युवक युवतियों से लाखों रुपये की ठगी करता था । वर्ष 18 में इसने खोदावंदपुर थाना क्षेत्र के नारायणपुर निवासी कृष्ण मोहन झा के पुत्र आदित्य कुमार भारती को फोन कर सीएसपी मित्रा कंपनी से ग्राहक सेवा केन्द्र चलने की अनुमति देने की बात कहा तथा उससे सुरक्षित राशि के रूप में दो लाख 96 हजार की राशि इससे ठगी कर लिया। आदित्य ने मोनु के बताए खाता नंबर पर राशि भेज दिया ।

प्रधान कार्यालय कोलकाता पहुंचने पर पता चला कि कोई भी राशि नहीं ली जाती महीनों बाद भी उसे सीएसपी खोलने का अनुमति नही मिला । तब उसको खुद को ठगे जाने का अहसास हुआ। तब आदित्य इसकी सत्यापन के लिए सीएसपी मित्रा के प्रधान कार्यालय कोलकता पहुँचा। जहाँ कम्पनी के अधिकारियों ने कंपनी में ऐसी किसी प्रकार की राशि एवं आवेदन कम्पनी के पास जमा होने से इनकार किया। थक हार कर आदित्य ने खोदावंदपुर थाना में उक्त मोबाइल नंबर जिसके माद्यम से इसे राशि की मांग की गयी थी। उसके आधार प्राथमिकी दर्ज किया। पुलिस ने आई टी एक्ट के तहत 84/018 दर्ज कर अनुसंधान आरम्भ किया।अनुसंधान के क्रम में उक्त नंबर नालंदा के ही एक युवक का पाया गया।

पुलिस ने उक्त युवक को गिरफ्तार किया जिसने गिरोह से सरगना मोनु कुमार एवं उसके साथी प्रिंस का नाम बताया। पुलिस ने उक्त युवक के निशानदेह पर स्थानीय पुलिस की मदद से गिरोह के मोनु एवं उसके साथी प्रिंस को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया।थाना अध्यक्ष ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियो ने अपना अपराध कबूल किया है।अपराधी ने बताया कि वे लोग बेरोजगार युवकों को सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थानों में नौकरी देने का प्रलोभन देते है। बेरोजगार युवको से उसका बैंक पासबुक, आधार ,पैनकार्ड एवं शैक्षणिक प्रशिक्षणिक प्रमाण पत्र, एटम नंबर आदि ले लेते है और कहते है जब आपको नौकरी हो जाएगा और वेतन मिलने लगेगा तब तय रकम हम ले लेंगे। लोग इसके जल में फस जाते है और ठगी का शिकार हो जाते है।

खोदबन्दपुर थाना की पुलिस बल ने दिया कार्रवाई को अंजाम खोदबन्दपुर थानाध्ययक्ष दिनेश कुमार ने बताया छापामारी टीम ने हमारे अलावे अपर थानाध्ययक्ष कपिल देव कुमार एवं पुलिस बल शामिल थे । जिन्होंने उनदोनो को गिरफ़्तार किया। गिरफ्तार दोनो अपराधी को जेल भेज दिया गया है तथा इस अपराध में शामिल अन्य अपराधी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी किया जा रहा है।