बेगूसराय, 30 नवम्बर : किसानों पर दमन के खिलाफ सोमवार को भाकपा माले के राज्यव्यापी आह्वान पर बेगूसराय में कार्यकर्ताओं ने प्रतिवाद मार्च निकाला। कमलेश्वरी भवन से शुरू प्रतिवाद मार्च विभिन्न सड़कों से होते हुए ट्रैफिक चौक पर पहुंच सभा में तब्दील हो गया। सभा को संबोधित करते हुए माले के जिला सचिव दिवाकर कुमार ने कहा कि मोदी सरकार ने देश के किसान-मजदूरों के उपर अघोषित आपातकाल लाद दिया है।
दिल्ली पहुंच रहे आन्दोलनकारी किसानों के उपर बर्बर तरीके से किया गया पुलिसिया दमन मोदी सरकार के तानाशाही और शर्मनाक चेहरा को उजागर करता है। उन्होंने कहा कि तीन कृषि एक्ट 2020 की वापसी की लड़ाई के लिए किसान आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। एक ओर किसानों का दुश्मन मोदी सरकार को काॅरपोरेट घराने का समर्थन मिल रहा है, तो दूसरी ओर किसानों के समर्थन में देश की जनता है। दमन के दौरान हुई किसानों की मौत के मामले में सरकार शहीद का दर्जा दे, पीड़ित परिवार को 25 लाख रूपया मुआवजा और सरकारी नौकरी दे।
आन्दोलनकारी किसानों को दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने की अनुमति दे और सम्मानजनक वार्ता कर किसान विरोधी तीनों कानून वापस ले। नहीं तो किसानों का शाहीनबाग के तर्ज पर आन्दोलन तेज होगा।कार्यक्रम को चन्द्र देव वर्मा, बैजू सिंह, दीपक सिन्हा, राजेश श्रीवास्तव, मो. इशराफिल, आईसा के जिलाध्यक्ष अजय कुमार, सचिव अभिषेक आनंद एवं इंकलाबी नौजवान सभा के मो. मोब्बसीर ने भी संबोधित किया।