डेस्क : भारत चीन की सीमा पर शहीद कुंदन के पिता ने कहा है कि उन्हें अपने बेटे की शहादत पर बहुत गर्व है और अब वह अपने पोते को भी सेना में भेजना चाहते हैं। देश की अखंडता और संप्रभुता को सुरक्षित रखने के लिए लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प में बिहार के लाल सहरसा जिले के कुंदन कुमार शहीद हो गए हैं। इनकी शहादत पर हमें गर्व है। शहीद कुंदन कुमार सहरसा के विशनपुर पंचायत के आरण गांव के रहने वाले इनके पिता निमेनद्र यादव ने कहा है कि उनका बेटा देश के लिए शहीद हुआ है और मुझे उसकी शहादत पर गर्व है।कुंदन के दो बेटे भी हैं वह अपने पोतों को भी सेना में भेजना चाहते हैं।
लद्दाख के गलवान घाटी के पास सोमवार की देर रात चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प में बिहार के लाल भी शहीद हो गए हैं कुंदन कुमार वर्ष 2012 में सेना में शामिल हुए थें, मंगलवार की रात करीब 10:00 बजे सेना के अधिकारी ने पिता को फोन करके उनके बेटे के शहीद होने की जानकारी दी, खबर मिलते ही पूरे गांव में मातम का माहौल हो गया है। शहीद कुंदन कुमार की शादी मधेपुरा जिले के घैलाढ थान के इन इनरवा गांव में बेबी कुमारी से हुई थी। कुंदन कुमार का दो बेटा भी है,एक 6 साल का और एक 4 साल का बेटा है। गुरुवार को कुंदन कुमार का अंतिम संस्कार किया जाएगा परिजनों के मुताबिक शहीद का पार्थिव शरीर देर रात तक पहुंचने की संभावना है।