जयमंगला गढ़ : वन्यप्राणियों के लिये पहुँचने लगा दाना पानी

मंझौल :अनुमंडल मुख्यालय स्थित जयमंगला गढ़ मंदिर परिसर में माता जयमंगला के मंदिर और अन्य सभी मंदिरों का कपाट बंद है । ऐसे में 21 मार्च से सार्वजनिक पूजा पाठ बंद है। कोरोना को लेकर देश भर में 21 दिनों का लोकडॉवन किया गया है। जिसको लेकर मानवीय जिंदगी थम सा गया हैं। इस बीच मंदिर परिसर के वन्यप्राणियों के लिए भी दाना पानी का संकट उतपन्न हो गया था । लेकिन बीते गुरुवार से इन बेजुवान प्राणियों के लिए बजरंग दल , जयमंगला वाहिनी एवं मंझौल के स्थानीय युवकों के द्वारा आपसी तालमेल से चना, मुरही , केला इत्यादि चीजों का पहुँचना शुरू हो चुका है।

मंदिर परिसर के स्थानीय युवा लवलेश कुमार ने बताया कि गुरुवार से सुबह में दो की संख्या में आये युवक ने the बेगूसराय की खबर पढ़कर खाद्य सामग्री ले आने की बात कही थी, जिसके बाद से प्रतिदिन एक दो की संख्या में आकर युवक वन्यप्राणियों के लिए भोज्य सामग्री लेकर आते हैं. जिसके बाद से मंदिर परिसर के वन्यप्राणियों में भोज्य सामग्री की उपलब्धता से इन बेजुवान प्राणियों में हर्ष का माहौल बन जाता है।

बताते चलें कि श्रद्धालुओं के आवाजाही ठप होने से इन वन्यप्राणियों को खाने पीने को मिलता रहता था । लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर एसडीओ मंझौल के आदेश के बाद से 31 मार्च तक के लिए जयमंगला गढ़ मंदिर परिसर में सार्वजनिक पूजा पाठ पर रोक लगा दी गयी थी। जिसके बाद से कुछ दिनों तक इन वन्यप्राणियों के लिए भोजन के लाले पर गये थे।