मुखिया द्वारा जमीन कब्जा को लेकर महादलित परिवार ने डीजीपी बिहार से लगाई मदद की गुहार

छौड़ाही : जिले के छौड़ाही ओपी क्षेत्र के ऐजनी पंचायत में घटना की प्राथमिकी दर्ज नहीं होने एवं मुखिया द्वारा बराबर धमकाने से डरे सहमे महादलित परिवार ने डीजीपी बिहार , कमिश्नर मुंगेर , डीआईजी बेगूसराय आदि अधिकारियों को आवेदन दे न्याय एवं सुरक्षा की गुहार लगाई है। इस संबंध ऐजनी निवासी पानो राम पिता स्वo अनिक राम द्वारा दिए गए आवेदन में कहा गया है कि दिनांक 16-11-1981 को आठ कट्ठा जमीन केवाला के द्वारा हासिल किए थे।

केवाला के समय से ही दखल किये हुए हैं और चार भाई आपस मे जमीन बांट घर बनाकर कर सपरिवार रह रहे हैं। दिनांक 13-05-2020 को ऐजनी पंचायत के दबंग मुखिया लक्ष्मी यादव , उनके पुत्र नील कमल यादव, कारी यादव द्वारा उनके एवं परिवार के अन्य सदस्यों को गाली गलौज करने लगे। जातिसूचक गंदी गंदी गांलियां देने का विरोध करने पर दबंग मुखिया और उनके स्वजनों ने मारपीट कर परिवार के सभी सदस्यों को अधमरा कर दिया था। लक्ष्मी यादव ने धमकी दिया चमार जाती का होके यादव जाती से मुंह लगाते हो।

इस जमीन पर दोबारा देख लिए तो सपरिवार मार कर लाश यहीं दफन कर देगें। डीजीपी को दिए गए आवेदन में कहा गया है कि घटना के तुरंत बाद इस संबंधित आवेदन छौड़ाही थाने में दी गयी। लेकिन बड़ा बाबू ने प्राथमिकी दर्ज नही कर थाना से भगा दिया। इसके बाद अनुसूचित जाति जनजाति थाना बेगूसराय में स्पीड पोस्ट के माध्यम से आवेदन दिया गया। अनुसूचित जाति जनजाति थाना के दरोगा जी द्वारा मोटी रकम घुस मांगा गया। घूस नहीं मिलने के कारण आजतक प्राथमिकी दर्ज नही किया गया।

थक हार कर डीआईजी बेगूसराय , डीजीपी पटना को यह आवेदन दे रहा हूंं। ताकि मामला को संज्ञान में लेते हुए प्राथमिकी दर्ज करवा गरीब महादलित परिवार को न्याय के साथ सुरक्षा देने की कृपा की जाए।पानो राम का कहना है कि मुखिया दबंग हैं एवं उनके पुत्र शिक्षक हैं जो प्रखंड कार्यालय में प्रति नियोजित हैं। वह अपने प्रभाव का प्रयोग कर प्राथमिकी तक दर्ज नहीं करवाने दिया है। इस संदर्भ में ऐजनी पंचायत के मुखिया लक्ष्मी यादव का कहना है कि यह मुझे झूठे मुकदमे में फंसाने का शाजिश है। उक्त जमीन मेरी है। उचित फोरम में जवाब दिया जाएगा।