बेगूसराय में कौन मारेगा बाजी, एनडीए और महागठबंधन के बीच एलजेपी का गेम

पोलिटिकल डेस्क : बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान शुरू होने में मात्र कुछ ही घंटे बचे हैं। सभी प्रत्याशियों के भाग्य अभी से 24 घंटे बाद ईवीएम मशीन में बंद हो जाएंगे । जो आगामी 10 नवंबर को खुलेंगे बेगूसराय जिले में 7 विधानसभा क्षेत्र पर 100 से अधिक प्रत्याशियों का किस्मत दांव पर लगा हुआ है। इसमें से कुल 7 ऐसे प्रत्याशी होंगे जो जीतकर बेगूसराय के सातों विधानसभा क्षेत्र से पटना पहुंचेंगे।

सात प्रत्याशी कौन होंगे यह तो 10 नवंबर को ही पता चलेगा । फिलवक्त सभी चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के द्वारा अपनी जीत सुनिश्चित होने का दावा किया जा रहा है । जिले में बेगूसराय सदर,तेघड़ा, चेरिया बरियारपुर , मटिहानी, बछवाड़ा, साहेबपुरकमाल और बखरी सुरक्षित सीट शामिल है । पिछले विधानसभा चुनाव 2015 में बेगूसराय के सभी 7 सीटों पर राजद और जदयू गठबंधन ने जीत दर्ज की थी ।

बीजेपी और एलजेपी गठबंधन को यहां पर एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हो पाई थी। अभी भाजपा और जदयू दोनों साथ चुनाव लड़ रहे हैं और दूसरी तरफ कांग्रेस राजद और वाम दल का महागठबंधन है। लोजपा ने जिले के साहेबपुरकमाल , तेघरा, चेरिया बरियारपुर और मटिहानी सीट पर मुकाबला को त्रिकोणीय बना दिया है।

इतिहास के लिहाज से बात करें तो साल 2010 के विधानसभा चुनाव में जब बीजेपी और जदयू बेगूसराय में साथ चुनाव लड़ी थी। तब एनडीए गठबंधन ने 7 सीटों में से 6 सीट पर जीत दर्ज किया था और एकमात्र सीट बछवारा जिसपर वामदल के अवधेश राय ने वहां से जीत दर्ज की थी। 2015 में जदयू राजद के साथ चुनाव लड़ने के कारण स्थिति उलट हो गई और यहां से 7 सीट महागठबंधन के पाले में चला गया। 2020 में ना तो 2010 और 2015 वाला सीन है यहां पर लोजपा ने मुकाबला को दिलचस्प बना दिया सबसे ज्यादा सीट किस गठबंधन को आता है यह 10 नवंबर को पता चलेगा।